नई दिल्ली : (New Delhi) भारत की पायलट प्रशिक्षण क्षमता को बढ़ावा देने सक्थि एयरक्राफ्ट इंडस्ट्री और एयरो क्लब ऑफ इंडिया ने डीए40 एनजी ट्रेनर विमान के निर्माण के लिए की महत्वपूर्ण साझेदारी की है। यह समझौता भारत को दुनिया में पायलटों की ट्रेनिंग के क्षेत्र में सिरमौर बनाने की तरफ ले जाएगा। अगले 10 वर्ष में 10,000 पायलट तैयार होंगे। मंगलवार को एयरो क्लब ऑफ इंडिया और एसएआईपीएल के बीच ऐतिहासिक समझौता हुआ है। इसके तहत एयरो क्लब ऑफ इंडिया को 200 विमान मिलेंगे। यह देश में पहली बार निजी क्षेत्र द्वारा ट्रेनर विमान निर्माण की पहल है।
पहली डिलीवरी मई 2025 तक होने की उम्मीद
पहली डिलीवरी मई 2025 तक होने की उम्मीद है। वार्षिक उत्पादन 100 विमानों तक बढ़ेगा। यह सब ‘मेक इन इंडिया’ की पहल के अंतर्गत होगा। इस समझौते से विमानन क्षेत्र में आत्मनिर्भरता बढ़ेगी। दो तीन वर्षों में डायमंड डीए40 एनजी ट्रेनर विमानों को तैयार करने में मामले में देश चालीस फीसदी आत्मनिर्भरता हासिल करेगा। लगभग पांच वर्ष में यह आत्मनिर्भरता 70 फीसदी तक पहुंचेगी। भारत के सबसे बड़े ट्रेनर विमान ऑर्डर से पायलट प्रशिक्षण अवसंरचना को मजबूती मिलेगी। एसीआई फ्लाइट ट्रेनिंग आर्गेनाइजेशंस (एफटीओ) के लिए विमान लीजिंग की सुविधा प्रदान करेगा, जिससे प्रशिक्षण क्षमता में विस्तार होगा। इससे हजारों नई नौकरियां उत्पन्न होंगी।