नयी दिल्ली : राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) ने दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के आयुक्त ज्ञानेश भारती को तलब किया है और दक्षिण पश्चिम दिल्ली के वसंत कुंज इलाके में आवारा कुत्तों के कथित हमले में दो भाइयों की मौत पर कार्रवाई की रिपोर्ट मांगी है।
मीडिया की खबरों के अनुसार, दो दिनों में अलग-अलग घटनाओं में रूचि विहार के वनक्षेत्र में सात और पांच साल की आयु के दो बच्चों की आवारा कुत्तों के हमले में मौत हो गई।
पुलिस ने कहा है कि उसने कुत्तों के खतरे को रोकने के वास्ते उचित उपाय करने के लिए एमसीडी को एक पत्र लिखा है।
राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने भारती को लिखे एक पत्र में कहा है कि वह ‘‘घटना की कार्रवाई की रिपोर्ट के साथ शुक्रवार को आयोग के सामने आपके स्वयं उपस्थित होने के लिए आपके कार्यालय को समन जारी करना उचित समझता है।’’
इस बीच, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सांसद मेनका गांधी द्वारा स्थापित एक पशु कल्याण संगठन ‘पीपुल फॉर एनिमल्स’ (पीएफए) की एक टीम ने यहां वसंत कुंज में कुत्तों के हमले के संदिग्ध मामलों की मौके पर जांच की और कहा कि घटनाओं को गलत तरह से पेश किया गया और ‘‘बिना किसी सबूत के’’ कुत्तों को घटनाओं के लिए ‘दोष’ दिया गया।
पुलिस ने रविवार को बताया था कि वसंत कुंज इलाके में आवारा कुत्तों के हमले के संदिग्ध मामलों में दो नाबालिग भाई मृत पाये गए।
पीएफए के एक ट्रस्टी अंबिका शुक्ला ने दावा किया कि घटनाओं की ‘‘सावधानीपूर्वक जांच नहीं की गई।’’