New Delhi : मजबूत शुरुआत के बावजूद जिनकुशल इंडस्ट्रीज ने किया निराश

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नई दिल्ली : (New Delhi) कंस्ट्रक्शन मशीनरी का निर्यात करने वाली कंपनी जिनकुशल इंडस्ट्रीज (Jinkushal Industries) के शेयरों ने आज स्टॉक मार्केट में बढ़त के साथ कारोबार की शुरुआत की। हालांकि लिस्टिंग के बाद कुछ देर तक उतार-चढ़ाव का सामना करने के बाद कंपनी के शेयर गिर कर लोअर सर्किट लेवल तक पहुंच गए।

आईपीओ के तहत कंपनी के शेयर 121 रुपये के भाव पर जारी किए गए थे। आज बीएसई और एनएसई पर इसकी लिस्टिंग करीब 3 प्रतिशत प्रीमियम के साथ 125 रुपये के स्तर पर हुई। लिस्टिंग के बाद लिवाली के सपोर्ट से ये शेयर उछल कर 126.95 रुपये के स्तर तक पहुंचे, लेकिन इसके बाद बिकवाली का दबाव बनने पर कंपनी के शेयर गिरकर 118.75 रुपये के लोअर सर्किट लेवल तक गिर गए। इस तरह पहले दिन के कारोबार में ही कंपनी के आईपीओ निवेशकों को 1.86 प्रतिशत का नुकसान हो गया।

जिनकुशल इंडस्ट्रीज (Jinkushal Industries) का 116.15 करोड़ रुपये का आईपीओ 25 से 29 सितंबर के बीच सब्सक्रिप्शन के लिए खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों की ओर से शानदार रिस्पॉन्स मिला था, जिसके कारण ये ओवरऑल 65.09 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इनमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (qualified institutional buyers) (QIBs) के लिए रिजर्व पोर्शन 35.70 गुना सब्सक्राइब हुआ था। वहीं नॉन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (non-institutional investors) (NIIs) के लिए रिजर्व पोर्शन में 146.39 गुना सब्सक्रिप्शन आया था। इसी तरह रिटेल इन्वेस्टर्स के लिए रिजर्व पोर्शन 47.04 गुना सब्सक्राइब हुआ था।

इस आईपीओ के तहत 10 रुपये फेस वैल्यू वाले 86,40,000 नए शेयर जारी किए गए हैं। इसके अलावा 9,59,548 शेयर ऑफर फॉर सेल विंडो के जरिये बेचे गए हैं। आईपीओ में नए शेयरों की बिक्री के जरिये जुटाए गए पैसे का इस्तेमाल कंपनी वर्किंग कैपिटल की जरूरतों को पूरा करने और आम कॉरपोरेट उद्देश्यों में करेगी।

कंपनी की वित्तीय स्थिति की बात करें तो प्रॉस्पेक्टस में किए गए दावे के मुताबिक जिनकुशल इंडस्ट्रीज का राजस्व वित्त वर्ष 2024-25 में 59 प्रतिशत बढ़कर 385.81 करोड़ रुपये हो गया। इसके एक साल पहले 2023-24 में ये 242.80 करोड़ रुपये था। इसी तरह 2024-25 में कंपनी का शुद्ध मुनाफा 3 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ 19.14 करोड़ रुपये दर्ज किया गया, जो वित्त वर्ष 2023-24 में 18.64 करोड़ रुपये था। कर्ज की बात करें तो वित्त वर्ष 2024-25 में कंपनी पर 54.82 करोड़ रुपये का कर्ज था, जो इससे एक साल पहले 2023-24 में 46.04 करोड़ रुपये के स्तर पर था।