नई दिल्ली : (New Delhi) दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने ‘डॉक्टर डेथ’ के नाम से मशहूर कुख्यात अपराधी देवेंद्र शर्मा (65) को राजस्थान के दौसा जिले से गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक आरोपित एक आश्रम में साधु का भेष धारण कर छिपा हुआ था।
क्राइम ब्रांच के डीसीपी आदित्य गौतम ने बताया कि गिरफ्तार आरोपत देवेंद्र शर्मा मूल रूप से उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ का रहने वाला है। आयुर्वेदिक डॉक्टर होते हुए भी आरोपित सीरियल किलिंग, अवैध किडनी रैकेट और हत्या जैसे कई अपराधों में शामिल रहा है।
वर्ष 2002 से 2004 के बीच टैक्सी और ट्रक चालकों की सिलसिलेवार हत्याओं का दोषी देवेंद्र शर्मा उम्रकैद की सजा काट रहा था। 2023 में पैरोल पर बाहर आने के बाद वे फरार हो गया था।
डीसीपी ने बताया कि वर्ष 1984 में बीएएमएस की डिग्री लेने के बाद उसने राजस्थान के बांदीकुई में ‘जनता क्लिनिक’ नाम से अपनी आयुर्वेदिक चिकित्सा की शुरुआत की। लेकिन 1994 में एक गैस एजेंसी घोटाले में 11 लाख रुपये गंवाने के बाद उसकी जिंदगी ने अपराध की राह पकड़ ली।
डीसीपी ने बताया कि 1998 से 2004 के बीच देवेंद्र शर्मा ने डॉक्टर अमित नामक व्यक्ति के साथ मिलकर एक अंतरराज्यीय किडनी रैकेट चलाया और 125 से अधिक अवैध किडनी ट्रांसप्लांट कराए। हर एक ट्रांसप्लांट में उसे 5 से 7 लाख रुपये की मोटी रकम मिलती थी।
डीसीपी ने आगे बताया कि किडनी रैकेट के अलावा आरोपित अपहरण और हत्याओं में भी लिप्त रहा। 2002 से 2004 के बीच दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान और उप्र में दर्जनों टैक्सी चालकों का अपहरण कर उनकी हत्या की। शवों को उप्र के कासगंज स्थित हजारा नहर में मगरमच्छों का निवाला बनाया, ताकि सबूत न बचे। पूछताछ में आरोपित ने 50 से ज्यादा हत्याओं की बात कबूल की है।
डीसीपी के मुताबिक 2020 और 2023 में उसे पैरोल मिली, लेकिन दोनों बार वह फरार हो गया। पिछले साल जून में मिली दो महीने की पैरोल के बाद वह वापस जेल नहीं लौटा और पुलिस को चकमा देकर गायब हो गया। दिल्ली पुलिसdh क्राइम ब्रांच की टीम ने छह महीने तक गुप्त रूप से छानबीन की और अंततः दौसा के एक आश्रम से उसे धर दबोचा। जहां वह स्वयं को साधु बताकर जीवन बिता रहा था। गिरफ्तारी के बाद देवेंद्र शर्मा ने कबूल किया कि वह जेल नहीं लौटना चाहता था। इसी कारण साधु बनकर छिप गया था।