नई दिल्ली : (New Delhi) राजधानी में शराब घोटाले को लेकर भारतीय जनता पार्टी दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Delhi Chief Minister Arvind Kejriwal) पर लगातार हमलावर है। गुरुवार को भाजपा ने आम आदमी पार्टी पर हमला बोलते हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से नैतिक आधार पर इस्तीफा मांगा है।भाजपा ने कहा कि अब जांच एजेंसियों द्वारा शराब घोटाला मामले में दाखिल चार्ज शीट में भी अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी का नाम है। अब इस राजनीतिक दल ने सरकार चलाने का नैतिक आधार खो दिया है।
भाजपा मुख्यालय में आयोजित प्रेसवार्ता में सांसद मनोज तिवारी (BJP headquarters, MP Manoj Tiwari) ने कहा कि आज दिल्ली में एक नया इतिहास बना है।शराब घोटाले में दिल्ली की जनता का पैसा लगाने वाली, सरकारी खजाने को नुकसान पहुंचाने वाली राजनीतिक पार्टी ही अब आरोपित हो गई है। इस हिसाब से तो आम आदमी पार्टी भी सरकार में बने रहने का नैतिक आधार खो चुकी है। उन्होंने कहा कि जो पैसे जनता की भलाई के लिए इस्तेमाल होना था, अवैध कॉ
लोनियों में रहने वाले दिल्ली के लोगों को सुविधा देने के लिए जो पैसे खर्च किए जाने थे, उसे दिल्ली सरकार ने शराब घोटाले में लगा दिया। उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल ईडी की चार्जशीट में 37 नंबर के आरोपित बन गए हैं। इनकी पार्टी भी आरोपित हो गई है। दिल्ली की जनता के मन में सवाल है कि क्या अब वे नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देंगे। दिल्ली की जनता यह कह रही है कि इनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।
मनोज तिवारी ने कहा कि आम आदमी पार्टी भ्रष्टाचार से लड़ने के लिए वजूद में आई थी लेकिन आज सिर से पैर तक पार्टी भ्रष्टाचार में लिप्त हो चुकी है। उन्होंने कहा कि पिछले दस सालों से दिल्ली में एक भी नया राशन कार्ड नहीं बनाया गया। 2018 के बाद से नये बुजुर्गों को पेंशन नहीं दी गई। दिल्ली सरकार ने केन्द्र सरकार की पांच लाख रुपये तक की फ्री इलाज योजना से भी लोगों को वंचित रखा। गरीबों को घर देने वाली प्रधानमंत्री आवास योजना दिल्ली में बंद है। उसे चालू नहीं किया गया। दिल्ली की जनता पूछ रही है कि दस साल में आम आदमी पार्टी ने लोगों को क्या दिया है।