नयी दिल्ली : सूचना एवं प्रसारण सचिव अपूर्व चंद्रा ने इस बात की पुरज़ोर तरीके से वकालत की है कि बड़ी प्रौद्योगिकी कंपनियां मौलिक सामग्री बनाने वाले डिजिटल समाचार प्रकाशकों के साथ अपने राजस्व का एक हिस्सा साझा करें।.
‘डिजिटल न्यूज़ पब्लिशर्स एसोसिएशन’ (डीएनपीए) के सम्मेलन को शुक्रवार को भेजे संदेश में चंद्रा ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, फ्रांस और यूरोपीय संघ ने पहले ही कानूनों के माध्यम से यह कदम उठा लिया है और समाचार सामग्री तैयार करने वालों और प्रौद्योगिकी कंपनियों के बीच राजस्व का उचित विभाजन सुनिश्चित करने के लिए अपने प्रतिस्पर्धा आयोगों को मजबूत किया है।.
उन्होंने डीएनपीए सम्मेलन को भेजे गए अपने संदेश में कहा, “ समाचार उद्योग के विकास के लिए, यह अहम है कि मूल समाचार सामग्री तैयार करने वाले इन सभी प्रकाशकों के डिजिटल समाचार मंचों को बड़े प्रौद्योगिकी मंचों से राजस्व का एक उचित हिस्सा मिले, क्योंकि वे दूसरों द्वारा बनाई गई सामग्री को प्रस्तुत (एग्रीग्रेटर) करने का काम करती हैं।”.
चंद्रा ने कहा कि कोविड के बाद, न केवल डिजिटल समाचार उद्योग, बल्कि प्रिंट समाचार उद्योग की वित्तीय स्थिति से जुड़ी समस्याएं रही हैं।.
उन्होंने कहा,“यह स्पष्ट है कि अगर पारंपरिक समाचार उद्योग नकारात्मक रूप से प्रभावित होता रहा, तो हमारे चौथे स्तंभ, पत्रकारिता का भविष्य भी प्रभावित होगा। इस प्रकार, यह पत्रकारिता और विश्वसनीय सामग्री का भी प्रश्न है।”.
चंद्रा ने कहा कि पारंपरिक समाचार उद्योग का देश की सेवा करने का इतिहास रहा है।.