NAVI MUMBAI : रक्षाबधन से पहले राखियों से सजे बाजार, बढ़ रहा व्यापार

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पुरुषोत्तम कनौजिया
नवी मुंबई : रक्षाबंधन से पहले नवी मुंबई की बाजारें राखियों से सजी हुई नजर आ रही हैं। दुकानदारों के पास इस साल 2 रुपए से लेकर 6 सौ रुपए तक की राखियां उपलब्ध हैं। ग्राहक ज्यादातर 20 से तीस रुपए के बीच बिकने वाली पारंपरिक राखियां खरीद रहें हैं। बाजार में पारंपरिक राखियों के साथ अमेरिकन एडी डायमंड, रुद्राक्ष, चंदन और चांदी की राखियां उपलब्ध हैं। अलग अलग रंग बिरंगी राखियों में डोरेमोन, फ्री फायर गेम के चित्रों के साथ बच्चों के लिए आकर्षक राखियां हैं जिन्हे बहने अपने छोटे भाइयों के लिए विशेष तौर पर खरीद रहीं हैं। बाजार में महिलाओं के लिए मुख्य तौर पर भाभी राखियां उपलब्ध हैं । कई महिलाएं इस बात से खुश हैं कि उन्हे करीब 2 वर्षों के पश्चात भाइयों की कलाइयां मिलेंगी। एपीएमसी बाजार में राखियां बेंच रहें मुकेश ने बताया कि वो यहां 7 वर्षों से राखियां बेचते आ रहे हैं। पिछले दो वर्षों में कोरोना महामारी के कारण व्यवसाय काफी धीमा रहा। बाजार में बहुत कम लोग आ रहे थे, इसलिए राखियां बहुत कम बिक रही थी। पिछले वर्ष हमने ऑनलाइन राखियां बेंची थी, लेकिन जानकारी के अभाव में हमारी राखियां ज्यादा बिकी नहीं थी। इस साल त्योहार को अभी करीब 4 दिन बाकी हैं लेकिन पिछले दो वर्षों में हमने जितना व्यवसाय नहीं किया था उतना कर चुके हैं। सबसे ज्यादा राखियां रक्षाबंधन से एक दिन पहले बिकती हैं, इसलिए हमें उम्मीद है कि रक्षाबंधन के एक दिन पहले हमारा अच्छा खासा व्यवसाय होगा।

अनीता बत्रा – ग्राहक
पिछले दो वर्षों से मेरा भाई कोरोना के कारण अमेरिका से नहीं आ पाया था। इस बार उसे यहां आने का मौका मिल गया है इसलिए मैं उसे अपने साथ लेकर आई हूं कि उसे जो रखी पसंद हो वही खरीदूंगी।

सोनम गुप्ता – ग्राहक
रक्षाबाधन में मुझे राखी की थाली सजाना बहुत पसंद हैं। मैं प्रयास करती हूं कि उस थाली में लगने वाली सभी वस्तुएं या तो अपने हाथ से बनाई हुई हो या फिर मैंने खुद खरीदी हों। इसलिए मैं अकेले खुद ही राखी खरीदने आई हूं।

संगीता पाटील – ग्राहक
चांदी की काफी अच्छी – अच्छी राखियां इस बार बाजार में दिख रहीं हैं, लेकिन मुझे पारंपरिक राखियां ही पसंद हैं। वही हर साल लेती हूं, इस बार भी सेम खरीदा है।देखने के समय सभी राखियां देख लेती हूं।