आपके बेटे ने साथियों के साथ लड़की से दुष्कर्म किया है, 20 वर्ष की जेल होगी कहकर महिला को धमका रहा था कथित पुलिस अधिकारी
नैनीताल : डिजिटल युग में साइबर अपराधी विश्व भर में फैले हैं और साइबर अपराध के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। इन समस्याओं का एकमात्र समाधान किसी झांसे में न आने और किसी की बात को तुरंत मानने की जगह उसकी पुष्टि करने से है। ऐसा ही एक मामला उत्तराखंड के नैनीताल में सामने आया है। दरअसल, गांव की एक महिला के माेबाइल पर पाकिस्तान के नंबर से कथित पुलिस अधिकारी का व्हाट्सएप काॅल आया था, लेकिन महिला अपनी हाेशियारी से साइबर अपराधियाें की चंगुल में फंसने से बच गई।
दरअसल, नैनीताल जनपद के निकटवर्ती ग्राम गैरीखेत की ग्रामीण महिला को शुक्रवार काे पुलिस की वर्दी लगी डीपी वाले नंबर से व्हाट्सएप के माध्यम से कई फोन आए। महिला को बताया गया कि उसके बेटे ने अपने तीन अन्य साथियों के साथ एक लड़की से दुष्कर्म किया है। उसे 15 से 20 वर्ष के लिए जेल भेज दिया जाएगा, लेकिन वह चाहे तो उसे बचाया जा सकता है। खास बात यह कि फोन नंबर पाकिस्तान का था। गैरीखेत ग्राम निवासी भावना देवी ने ‘हिन्दुस्थान समाचार’ को बताया कि उनके पति नहीं हैं। वह आंगनबाड़ी में सहायिका के तौर पर कार्य कर अपनी बेटी और बेटे का लालन-पालन कर रही हैं। इधर, शुक्रवार पूर्वाह्न 11:14 बजे उनके नंबर पर व्हाट्सएप के जरिए अपरिचित नंबर 923207105185 से फोन आया। डीपी पर पुलिस की फोटो लगी होने के कारण उन्होंने फोन उठा लिया। फोन पर उन्हें बताया गया कि उनके बेटे ने अपने तीन अन्य साथियों के साथ एक लड़की से दुष्कर्म किया है। उसे 15 से 20 वर्ष के लिए जेल भेज दिया जाएगा। उसे बचाने के लिए उसकी वरिष्ठ पुलिस अधिकारी से भी बात कराई गई।
डरने के बावजूद महिला ने ऐसे दिखाई होशियारी
जिस तरह से फोन पर बात की जा रही थी इससे महिला काफी डर गई, लेकिन उनके मन में संदेह भी हुआ। उन्होंने फोन काट दिया तो चार बार और फोन किया गया। इस बीच महिला ने नगर के सीआरएसटी इंटर कॉलेज में फोन कर 11वीं कक्षा में पढ़ने वाले अपने बेटे के बारे में जानकारी ली तो वहां से पता चला कि बेटा तो रोज की तरह कक्षा में है। इस पर महिला ने राहत की सांस ली और मोबाइल का डाटा ऑफ कर दिया। भावना देवी ने बताया कि इसके बाद उनके मोबाइल पर संबंधित नंबर से छह कॉल और आई है। संबंधित व्यक्ति ने उन्हें बुरी तरह से डराया-धमकाया। इसके बाद महिला ने मल्लीताल कोतवाली में लिखित शिकायत की है। इस संबंध में नगर कोतवाल हरपाल सिंह ने बताया कि मामला साइबर सेल को जांच व आवश्यक कार्रवाई के लिए भेजा जा रहा है।