Nagaur : अमेरिकी नागरिकों समेत विदेशियों से 80 करोड़ ठगने के आरोप में दरगाह सदर के घर ईडी की छह घंटे रेड

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नागौर : नागौर में मंगलवार को केंद्रीय जांच एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने रेड की। ईडी ने सूफी साहब की दरगाह के सदर शमशेर खां मुन्ना के घर पर यह रेड की।

जयपुर से दो कारों में आई ईडी की टीम ने नागौर में सूफी साहब की दरगाह के सदर शमशेर खां मुन्ना के घर सुबह 7.30 बजे रेड मारी। रेड करीब 6 घंटे तक चली। पीओपी का बिजनेस करने वाले शमशेर के भाई मेहमूद के खिलाफ फर्जी कंपनी व कॉल सेंट बनाकर लोन दिलाने के नाम पर ठगी करने का मामला था। आरोप है कि उसने 80 करोड़ से ज्यादा की ठगी की और जमीन में पैसा इन्वेस्ट कर दिया। इनमें से 30 करोड़ की रकम अमेरिकी नागरिकों से ठगी गई। इस मामले की जांच पूर्व मॆं एसओजी कर चुकी है। कॉल सेंटर के जरिए यह लोग विदेशी नागरिकों को सस्ता लोन देने का झांसा देते थे और बदले में दस्तावेज हड़प लिए। इसके बाद उनके साथ ठगी की गई।

सूत्रों ने बताया कि मास्टरमाइंड महमूद ने कुछ लोगों का गिरोह बनाया था। अलग-अलग जगह फर्जी कॉल सेंटर बनाए। फर्जी कॉल सेंटर के जरिए विदेशी लोगों को टारगेट किया गया था। जिसमें विशेषकर अमेरिकी नागरिकों को टारगेट किया। एसओजी इस मामले में कार्रवाई कर कई लोगों को गिरफ्तार भी कर चुकी है। जानकारी मिली है कि दरगाह के सदर शमशेर खां मुन्ना हज की यात्रा पर गए हैं। दरगाह सदर शमशेर खां मुन्ना का भाई महमूद इस पूरे प्रकरण में पूरी तरह से लिप्त रहा है, इसके साथ दूसरा भाई रफीक भी शामिल रहा है। इन लोगों ने नागौर के ही रमजान नामक युवक को अपने साथ मिलाया और उसे सैलेरी पर नौकरी पर रखा था।

रमजान के नाम पर भी खाते खोले गए और उसके खातों में ठगी के रुपए मंगवाते थे, इस मामले में एसओजी पहले अनुसंधान कर चुकी है। सूत्रों से यह भी पता चला है कि आरोपियों ने जमीनों में ठगी का पैसा इन्वेस्ट किया है। तमाम दस्तावेजों की जांच की जा रही है। ईडी की टीम ने घर के सदस्यों से दस्तावेजों को लेकर पूछताछ की और कागज खंगाले। दोपहर 1.30 बजे तक टीम घर के अंदर ही रही। बताया जा रहा है कि एमपी के इंदौर में भी एक बड़ी जमीन का सौदा हुआ है, उसकी भी ईडी पड़ताल कर रही है। वहीं से मिले लिंक को लेकर टीम दरगाह सदर के घर पहुंची थी।