मुंबई : ऑपरेशन ” यात्री सुरक्षा ” अंतर्गत नालासोपारा आरपीएफ ने सीसीटीवी व एफआरएस की मदद से 3 मोबाइल चोरी के मामलों का खुलासा करते हुए 2 शातिर चोरों को पकड़कर उसे जीआरपी वसई के हवाले कर दिया है। नालासोपारा रेलवे स्टेशन के आरपीएफ अतिरिक्त चार्ज व इंचार्ज विनित कुमार के मार्गदर्शन में आरपीएफ अधिकारी- कर्मचारी कार्य कर रहे है। मिली जानकारी के अनुसार,दिनांक 20 नवंबर 2023 को नालासोपारा स्टेशन के प्लेटफॉर्म नं. 2 पर मोबाइल चोरी की घटना हुई थी।21 नवंबर को दूसरा प्लेटफॉर्म नं.1 पर आरपीएफ की सीपीडीएस टीम नालासोपारा टीम द्वारा लगातार निगरानी की गई,24 नवंबर को सीपीडीएस टीम के एसआईपीएफ सुभाष चंद्र यादव, सीटी करिश्मा सैनी और ऑन ड्यूटी एमएसएफ स्टाफ विकास राठौड़,शिवम भोयर और जीआरपी स्टाफ पीसी राजेंद्र जाधव,पीसी सचिन सकपाल द्वारा नालासोपारा स्टेशन प्लेटफॉर्म नं.2 से एक संदिग्ध व्यक्ति को पकड़ा गया,बाद में एसआईपीएफ सुभाष चंद्र यादव द्वारा उससे पूछताछ की गई,जहां उसने अपना नाम- तफंजुल खान अब्दुल राजिद हुसैन, उम्र 26 वर्ष बताया,निवासी- डॉर्ड्रिफ्ट,हथीन, पलवल,हरियाणा का है,उसने ने 2 मोबाइल (कीमत- 17000 रुपये चोरी का अपराध स्वीकार किया।दूसरी घटना ; 22 नवंबर 2023 को नालासोपारा स्टेशन के प्लेटफॉर्म नं 2 पर मोबाइल फोन की चोरी की घटना हुई थी,जिसमें जीआरपी वसई में केस दर्ज किया गया था। मामले में आरपीएफ सीपीडीएस टीम नालासोपारा द्वारा लगातार निगरानी की गई।24 नवंबर को सीपीडीएस टीम के एएसआई रणजीत सिंह, सीटी करिश्मा सैनी और ड्यूटी पर एमएसएफ स्टाफ एसजी विकास राठौड़, एसजी शिवम भोयर और जीआरपी के पीसी रवींद्र जाधव,पीसी सचिन सकपाल द्वारा नालासोपारा स्टेशन प्लेटफॉर्म नं.2 से एक संदिग्ध व्यक्ति को पकड़ा।एएसआई रणजीत सिंह ने उससे पूछताछ की, जहां उसने अपना नाम – साबिर अमीरजान शेख, उम्र 32 वर्ष,निवासी- नवी मुंबई बताया व मोबाइल (कीमत- 30000 रुपये ) चोरी का अपराध स्वीकार कर लिया।आरपीएफ ने आगे की कार्रवाई के लिए जीआरपी वसई के हवाले कर दिया है।