मुंबई: (Mumbai) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश प्रवक्ता केशव उपाध्ये ने कहा कि महाविकास आघाड़ी के कदम धीरे-धीरे विसर्जन की ओर बढ़ रहे हैं। राज्य में सत्ता जाने के बाद महाविकास आघाड़ी लगभग फूट की कगार पर पहुंच चुकी है।
केशव उपाध्ये ने सोमवार को पत्रकारों को बताया कि लोकसभा, विधानसभा, महानगरपालिका चुनाव से पहले बड़ा भाई कौन है, इसका दावा शुरू होने की वजह से महाविकास आघाड़ी का अब विसर्जन की ओर बढ़ना शुरू हो गया है। सिर्फ सत्ता पाने के लालच में कांग्रेस, राष्ट्रवादी और उद्धव ठाकरे एकसाथ आये थे। सत्ता जाने के बाद इन दलों में मान-अपमान और दावे-प्रतिदावे की लड़ाई शुरू हो गई है। ‘राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी’ ने महाविकास आघाडी में स्वयं को बड़ा भाई होने का दावा किया है। गैर अधिकृत पार्टी के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे अपने पीछे कितने लोग हैं, इसकी गिनती न करते हुए लोकसभा की 19 सीटों पर दावा करने लगे हैं। किस आधार पर वे 19 सीटों पर दावा कर रहे हैं? इसका खुलासा संजय राऊत को करना चाहिए।
केशव उपाध्ये ने कहा कि सत्ता गंवाने के बाद जनता के मुद्दों पर बोलने के बदले किसकी ताकत अधिक है? यह बताने में आघाडी के तीनों दल अपनी ताकत खर्च कर रहे हैं। एक-दूसरे का सहारा लिये बिना हम टिक नहीं पायेंगे, यह बात इन तीनों दलों को पता है। इसके बाद भी महाविकास आघाड़ी के तीनों दल जिंदा रहने के लिए एक-दूसरे के साथ लड़ रहे हैं।इस अवसर पर भाजपा प्रदेश प्रवक्ता श्वेता शालिनी, मीडिया विभाग प्रमुख नवनाथ बन उपस्थित थे।