मुंबई : देश को दूसरे विभाजन की ओर ले जाने की कांग्रेसी साजिश में शिवसेना यूबीटी के भी शामिल होने का आरोप भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश प्रवक्ता केशव उपाध्ये ने लगाया है। केशव उपाध्ये ने कहा कि सिर्फ चुनाव के लिए कांग्रेस और शिवसेना यूबीटी हिंदू समाज के हितों की तिलांजलि दे रही है।
केशव उपाध्ये मुंबई में गुरुवार को पत्रकारों से वार्ता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि देश में जातीय विवादों को भड़काने का काम कांग्रेस ने शुरू कर दिया है। इस काम में शिवसेना यूबीटी भी शामिल हो गई है। कर्नाटक में कांग्रेस सरकार ने ओबीसी समुदाय का आरक्षण रद्द करके मुसलमानों को ओबीसी में शामिल कर लिया और मुस्लिम समुदाय को पूरा आरक्षण बहाल कर दिया। समाज को विभाजित करने और धर्म के आधार पर आरक्षण नीति की योजना बनाने के असंवैधानिक कृत्य का यह पहला कदम था। इस नीति को देश में हर जगह लागू करना कांग्रेस की नीति है और इंडी गठबंधन में शामिल सभी दल इस पर सहमत हैं।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस और इंडी अघाड़ी को इसकी परवाह नहीं है कि इससे देश एक और विभाजन की ओर जाएगा। दुर्भाग्य से प्रखर राष्ट्रवाद की वकालत करने वाले आदरणीय बालासाहेब ठाकरे के पुत्र उद्धव ने भी वोटों के लिए इस साजिश का समर्थन किया है। इस मोर्चे की स्थापना के लिए बार-बार होने वाली बैठकों में यह न्यूनतम साझा कार्यक्रम तय किया गया है और सभी की सहमति के अनुसार अब इनमें से प्रत्येक मुद्दे को सचेत रूप से उठाया जा रहा है। केशव उपाध्ये ने कहा कि भाजपा कांग्रेस और शिवसेना यूबीटी की इस साजिश को सफल नहीं होने देगी।