मुंबई : (Mumbai) महाराष्ट्र सरकार मैनहोल साफ करने के लिए नया प्रयोग करने जा रही है। अब मैनहोल की सफाई रोबोट करेंगे। इसके लिए सरकार 100 रोबोट खरीदने की योजना बना रही है। यह परीक्षण कम से कम एक महीने तक चलेगा और इसके कामकाज पर एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार की जाएगी, जिसके आधार पर आगे की कार्यवाही की जाएगी।
महाराष्ट्र सरकार सूबे में हाथ से मैला ढोने की प्रथा को खत्म करने के लिए 27 महानगरपालिकाओं के लिए मैनहोल साफ करने के लिए करीब 100 रोबोट खरीदेगी। दिसंबर 2024 में महाराष्ट्र सरकार ने बॉम्बे हाईकोर्ट को बताया था कि राज्य में अब तक हाथ से मैला ढोने की वजह से कुल 81 लोगों की मौत हो चुकी है। 2019 के सरकारी परिपत्र के अनुसार मृतक व्यक्तियों के परिजनों को कुल 8.1 करोड़ रुपये (प्रत्येक को 10 लाख रुपये) का मुआवजा वितरित किया गया है। स्थानीय निकायों, ठेकेदारों और सामाजिक न्याय विभाग के माध्यम से मैनुअल स्कैवेंजर्स और उनके पुनर्वास अधिनियम 2013 के कार्यान्वयन के लिए 2019 की अधिसूचना जारी की गई थी। अधिसूचना के अनुसार, 1993 से अब तक मरने वाले मैनुअल स्कैवेंजरों के मामलों की जांच के लिए सतर्कता पैनल की आवश्यकता थी। 81 मौतों के मामलों में से मुंबई शहर व उपनगरों में 11, ठाणे-12, पालघर-7 और रायगढ़ के 2 थे। केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय ने ऐसे कार्यों का सामाजिक ऑडिट किया था और सफाई कर्मचारियों की मौतों को लेकर राज्य सरकार की आलोचना की थी।
सामाजिक न्याय मंत्री संजय शिरसाट ने बताया कि हम पहले छत्रपति संभाजीनगर मनपा में नए रोबोट के साथ एक महीने का परीक्षण करेंगे। सफल परीक्षण के बाद हम 100 रोबोट खरीदेंगे और उन्हें राज्य की सभी मनपाओं को देंगे। परीक्षण कम से कम एक महीने तक चलेगा और इसके कामकाज पर एक विस्तृत रिपोर्ट संकलित की जाएगी। रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्यवाही की जाएगी। केरल जैसे राज्यों में पहले से ही इसी तरह के रोबोट का इस्तेमाल किया जा रहा है। ये स्वदेशी रूप से बनाए गए हैं और मौजूदा रोबोटों की तुलना में अधिक सक्षम हैं। उन्होंने कहा कि पहले से ही कुछ रोबोट इस्तेमाल में हैं, लेकिन उनकी क्षमता कम है। हम जो खरीदने जा रहे हैं, उनमें सफाई और कचरे को अलग करने की क्षमता अधिक है। मौजूदा रोबोट 180 डिग्री पर काम कर सकते हैं, जबकि नए रोबोट 360 डिग्री पर काम कर सकते हैं।