मुंबई : (Mumbai) निजी बस संचालकों (Private bus operators) ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर 1 जुलाई से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का ऐलान किया है। राज्य सरकार को मांगों का हल निकालने के लिए 30 जून तक का समय दिया गया है। इसके बाद 1 जुलाई से निजी बस मालिक और चालक हड़ताल पर चले जाएंगे। इस हड़ताल में स्कूल बस, उबर जैसी एग्रीगेटर बसें और निजी ट्रांसपोर्टरों सहित सभी प्रकार की बसों के संचालक शामिल होंगे।
महाराष्ट्र राज्य वाहन चालक मालक व प्रवासी वाहतूक महासंघ (Maharashtra Rajya Vahan Chalak Malik and Pravasi Vahatuk Mahasangh) ने इस हड़ताल का एलान किया है। इस संबंध में महासंघ के अध्यक्ष डॉ. बाबा शिंदे (Dr. Baba Shinde) ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (Chief Minister Devendra Fadnavis) को पत्र लिखकर मसले का तत्काल हल निकालने की मांग की है। यह हड़ताल हुई तो कई लोग प्रभावित हो सकते हैं। शिंदे के मुताबिक सरकार लंबे समय से हमारी मांगों को अनदेखा करती रही है। विभिन्न यात्री परिवहन संगठनों ने सर्वसम्मति से 1 जुलाई से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया है। ई-चालान के नाम पर भारी लूट चल रही है। जबरदस्ती दंड वसूला जा रहा है। क्लीनर की सख्ती से छूट मिलनी चाहिए। ई-चालान पर अमल, मूलभूत सुविधाओं में त्रुटियां, परिवहन संचालन में खामियों के कारण वाहन मालिक प्रभावित हो रहे हैं। हड़ताल के आह्वान को निजी बस ऑपरेटरों और सभी यात्री परिवहन संचालकों से भारी समर्थन मिला है।