मुंबई : (Mumbai) मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना के तहत विरार बुलेट ट्रेन स्टेशन पर एक महत्वपूर्ण चरण शुरू हो गया है। यहां स्टेशन के पहले स्लैब की कास्टिंग हाल ही में शुरू हुई है, जिसे पूरी परियोजना के क्रियान्वयन में एक बड़ा मील का पत्थर माना जा रहा है।
विदित है कि बुलेट ट्रेन मुंबई, ठाणे और पालघर के तीन जिलों और फिर गुजरात के अहमदाबाद शहर के बीच चलेगी। पालघर जिले के विरार इलाके में बनने वाले बुलेट ट्रेन स्टेशन का शुरुआती स्लैब 50 मीटर लंबा, 35.32 मीटर चौड़ा और 300 मिमी मोटा है बनाया जा रहा है। इसमें कुल 155 क्यूबिक मीटर कंक्रीट का इस्तेमाल किया जा रहा है। कुल नौ ऐसे स्लैब डाले जाएंगे, जो सभी बुलेट ट्रेन ट्रैक बिछाने के लिए जरूरी मजबूत नींव तैयार करेंगे। यह संरचना आगे की निर्माण प्रक्रिया के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।बताया जाता है कि विरार बुलेट ट्रेन स्टेशन की कुल लंबाई 425 मीटर है और इसमें दो मुख्य स्तर होंगे -कॉन्कोर्स लेवल: टिकट बुकिंग, वेटिंग रूम और यात्रियों के लिए अन्य सुविधाओं वाला क्षेत्र होगा। रेल लेवल: बुलेट ट्रेन के लिए वास्तविक प्लेटफॉर्म और ट्रैक वाला क्षेत्र तैयार होगा। यह संरचना बुलेट ट्रेन स्टेशन की अंतरराष्ट्रीय मानक सुविधाओं को दर्शाएगी, जहाँ गति, दक्षता और यात्री सुविधा को एक साथ ध्यान में रखा गया है। चूंकि विरार स्टेशन एक पहाड़ी पर स्थित है। इसलिए, इस स्टेशन की अवधारणा पर्वत श्रृंखलाओं के माध्यम से बहने वाली प्राकृतिक हवाओं से प्रेरित है। यह वास्तुकला भौगोलिक संरचना के अनुरूप है और प्राकृतिक तत्वों के अनुरूप विकसित की जा रही है। इसलिए, स्टेशन न केवल एक यात्रा केंद्र होगा, बल्कि एक पर्यावरण के अनुकूल और सुंदर संरचना भी होगी। विरार स्टेशन का विकास पूरा होने के बाद, मुंबई और अहमदाबाद के दो महानगरों के बीच की यात्रा केवल 2 से 3 घंटे में पूरी हो जाएगी। इस सेवा के शुरू होने के बाद, हजारों यात्रियों को तेज, सुरक्षित और आरामदायक यात्रा का अनुभव मिलेगा।