मुंबई : पिछड़े वर्ग के लियर स्टार्टअप और उद्यमशीलता को बढ़ावा देने के लिए पुणे की सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क ऑफ़ इण्डिया और महाप्रित के बीच मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की उपस्थिति में समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। महाराष्ट्र सरकार के इलेक्ट्रॉनिक और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के तहत महात्मा फुले पिछड़ा वर्ग विकास निगम (MPBCDC) और STPI पिछड़े वर्ग के युवाओं को लाभान्वित करेंगे।
इस अवसर पर सामाजिक न्याय विभाग के सचिव सुमंत भांगे, महात्मा फुले पिछड़ा विकास निगम एवं महाप्रित के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक बिपिन श्रीमाली, एसटीपीआई पुणे मंडल निदेशक संजय गुप्ता उपस्थित थे। समझौता ज्ञापन महात्मा फुले बैकवर्ड डेवलपमेंट कॉरपोरेशन के स्टार्ट-अप इकोसिस्टम और सामाजिक विकास पहलों को बनाने में एसटीपीआई के उद्यमिता केंद्रों (सीओई) की विशेषज्ञता के माध्यम से पिछड़े वर्गों के बीच उद्यमशीलता को बढ़ावा देगा।
इस समझौते का मुख्य उद्देश्य महात्मा फुले पिछड़ा विकास निगम के लाभार्थियों के बीच कौशल विकास और उद्यमशीलता को बढ़ावा देना है। एसटीपीआई और महात्मा फुले पिछड़ा विकास निगम लाभार्थी समूहों के बीच एक ऑपरेटिंग मॉडल स्थापित करने के लिए मिलकर काम करेंगे। यह कार्यक्रम महात्मा फुले पिछड़ा विकास निगम के लाभार्थियों को स्टार्टअप ईको-सिस्टम के साथ ‘फॉरवर्ड एंड बैकवर्ड लिंकेज’ में मदद करेगा।
यह समझौता ज्ञापन महाराष्ट्र की अनुसूचित जातियों के सामाजिक और आर्थिक विकास को सुनिश्चित करेगा और अनुसूचित जातियों, नव-बौद्धों और गरीबी रेखा से नीचे आर्थिक रूप से पिछड़े लोगों को आवश्यक सहायता प्रदान करेगा। यह कार्यक्रम कौशल और उद्यमिता विकास और एमएसएमई के माध्यम से व्यक्तिगत या समूह लाभ योजनाओं की गारंटी देगा। इससे उद्यमिता को बढ़ावा मिलेगा।
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने महात्मा फुले पिछड़ा विकास निगम और एसटीपीआई को उनके भविष्य की गतिविधियों के लिए शुभकामनाएं देते हुए विश्वास व्यक्त किया कि यह स्टार्टअप और उद्यमिता महाराष्ट्र में पिछड़े वर्गों की मदद करेगी। महाराष्ट्र सरकार की ओर से मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने सभी मदद करने का आश्वासन दिया।