मुंबई : शुक्रवार को वसई तालुका में महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर तुंगारेश्वर सहित क्षेत्र की कई प्राचीन मंदिरों में भक्तों का जन सैलाब उमड़ता दिखाई दिया। इस अवसर पर क्षेत्र के प्रत्येक शिव मंदिरों में महिलाओं,पुरुषों और युवक- युवतियों द्वारा भारी संख्या में पूजा-अर्चना की गयी। ज्ञात हो कि, महाशिवरात्रि का यह पावन पर्व वैसे तो प्रति वर्ष मनाया जाता है। महाशिवरात्रि के असवर पर तालुका के चोटे- बड़े शिव मंदिरों में भक्तों की लंबी कतारे देखी गयी। पूरा तालुका शिवमय हो गया। चारों ओर भक्तों द्वारा भजन-कीर्तन और पूजा- अर्चना किया गया।इसी क्रम में नालासोपारा पूर्व के सेंट्रल पार्क में नवनिर्मित पिंपलेश्वर महादेव मंदिर सुबह से ही भक्तों की लंबी कतारें देखी गयी।नालासोपारा पश्चिम स्थित निर्मल गांव में आदिशंकराचार्य की पुरातन मंदिर निर्मलेश्वर महादेव में सुबह से ही भक्तों की अपार भीड़ देखी गयी। इसी तरह से वसई पश्चिम गांव में भगवान शिव की कई प्राचीन मंदिरों में भी भक्तों ताता लगा रहा। वसई के आनंद नगर स्थित दिवाणेश्वर महादेव मंदिर में सुबह से ही भक्तो की भारी भीड़ देखने को मिली।वही नालासोपारा पूर्व के मोरेगांव स्थित शिव मंदिर पर भक्तो की भीड़ देखी गई। नालासोपारा पूर्व के श्रीराम नगर स्थित श्री बिलालेश्वर महादेव में भी बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने बाबा का जलाभिषेक किया। इसी तरह से अलकापुरी स्थित नालेश्वर महादेव मंदिर पर शिव भक्तो की सुबह से लेकर शाम होते – होते भारी भीड़ देखी गयी। वसई पूर्व के पौराणिक और परशुराम द्वारा अपने आराध्य देव भगवान शिव की स्थापना तुंगारेश्वर की पहाड़ी पर किया गया है। तब से उक्त स्थान को तुंगारेश्वर महादेव के नाम से जाना जाता है। जंगलों और पहाड़ों के बीच स्थापित यह स्थान अति सुंदर है। शिव रात्रि के इस महापर्व पर दूर – दूर से भक्तगणों की भीड़ तुंगारेश्वर महादेव के दर्शन के लिए दिखाई दी।