India Ground Report

Mumbai : महाराष्ट्र के नगर निकाय चुनाव में कांग्रेस अकेले चुनाव लड़ेगी : वर्षा गायकवाड़

महाविकास आघाड़ी (मविआ) के घटक दलों में मतभेद चरम पर – गठबंधन के सभी साथी स्थानीय स्तर पर निर्णय लें : शरद पवार
मुंबई : (Mumbai)
महाराष्ट्र में आगामी निकाय चुनाव को लेकर महाविकास आघाड़ी (Maha Vikas Aghadi) (MVA) के घटक दलों में मतभेद चरम पर है। मविआ के घटक दलों में चल रहे विवाद को देखते हुए राकांपा एसपी के अध्यक्ष शरद पवार (NCP-SP President Sharad Pawar) ने कहा कि निकाय चुनाव में गठबंधन जरुरी नहीं है। सभी दलों को स्थानीय स्तर पर परिस्थितियों को देखते हुए निर्णय लेना चाहिए। महाविकास आघाड़ी का गठबंधन लोकसभा और विधानसभा चुनाव तक ही सीमित है।

शनिवार को मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष और सांसद वर्षा गायकवाड़ (Mumbai Congress President and MP Varsha Gaikwad) ने इस संबंध में कहा कि उनकी पार्टी मुंबई में अकेले निकाय चुनाव लड़ेगी। वर्षा गायकवाड़ ने कहा मुंबई छोड़कर अन्य नगर निकाय चुनाव में भी कांग्रेस पार्टी शिवसेना यूबीटी के साथ नहीं जाएगी, हां कांग्रेस का राकांपा एसपी के साथ नैसर्गिक गठबंधन पहले से रहा है। इसलिए कांग्रेस पार्टी राज्य के अन्य नगर निकाय चुनाव में राकांपा के साथ गठबंधन का विचार कर सकती है।

मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष ने शिवसेना (UBT) के साथ न जाने का कारण बताते हुए कहा कि शिवसेना यूबीटी महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) को साथ लेकर महाविकास आघाड़ी में साथ चुनाव लड़ना चाहती है। जबकि मनसे मारपीट में विश्वास रखती है। मनसे कार्यकर्ता मराठी के नाम पर गरीब फेरीवालों, दुकानदारों की पिटाई करती है, जबकि यह मुद्दा संविधान के दायरे में रखकर सुलझाया जा सकता है। इसी वजह से कांग्रेस पार्टी ने मनसे के साथ कोई भी गठबंधन न करने का निर्णय लिया है।

वहीं, इस संबंध में महाराष्ट्र कांग्रेस प्रभारी रमेश चेनिथला पहले ही कह चुके हैं कि मुंबई में कांग्रेस अपने बल पर चुनाव लड़ेगी। मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष के इस व्यक्तव्य के बाद शिवसेना नेता अंबादास दानवे ने कहा कि सभी दलों को गठबंधन करने की पूरी छूट है। हर पार्टी इस संबंध में अपने कार्यकर्ताओं के विचारों को प्रधानता देना आवश्यक है। अगर कांग्रेस पार्टी अकेले चुनाव लड़ेगी तो शिवसेना यूबीटी के अध्यक्ष इस संबंध में निर्णय लेंगे।

मुंबई की पूर्व महापौर किशोरी पेडणेकर (Former Mumbai Mayor Kishori Pednekar) ने कहा कि बिहार चुनाव में कांग्रेस की करारी हार के बाद मुंबई कांग्रेस का निर्णय आश्चर्यजनक है। लेकिन इस संबंध में उनकी पार्टी के अध्यक्ष निर्णय लेंगे।

Exit mobile version