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Saturday, June 3, 2023
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Lucknow : देश की हर दीदी को लखपति बनाने के लक्ष्य पर चल रहा है काम : गिरिराज सिंह

लखनऊ में बीसी सखी राष्ट्रीय सम्मेलन का शुभारंभ
लखनऊ: (Lucknow)
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का सपना है कि राष्ट्र के विकास में महिलाओं का योगदान सर्वाधिक हो। इस सपने को आज दीदियां पूरा कर रही हैं। प्रधानमंत्री मोदी की अगुवाई में 10 करोड़ दीदियां योजनाओं से जुड़ी हैं। आज बैंकों का समर्थन 6.50 लाख करोड़ से ज्यादा है। पहले मात्र 2100 करोड़ था। आज देश डिजिटल ट्रांजेक्शन में पहले स्थान पर है।

यह बातें केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहीं। वह ग्राम पंचायत स्तर पर डिजिटल लेन-देन के प्रोत्साहन के लिए ‘समर्थ 2023’ के शुभारम्भ और बी.सी.सखी के राष्ट्रीय सम्मेलन के उद्घाटन अवसर पर बोल रहे थे। यह सम्मेलन इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित किया गया है।

देश की हर दीदी को लखपति बनाने के लक्ष्य पर चल रहा है काम : गिरिराज सिंह

गुरुवार को आयोजित कार्यक्रम में गिरिराज सिंह ने कहा कि आज देश के सरकारी और प्राइवेट हर बैंकों में बीसी सखी हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 32 लाख करोड़ का डीबीटी किया है। एक पैसे का भी हेरफेर नहीं हुआ है। कोरोना काल में हर दीदी के जनधन खाते में 1.5 लाख रुपये पहुंचे हैं। आने वाले दिनों में हमने 45 लाख घरों में जाने का लक्ष्य लिया है, ताकि देश की हर दीदी लखपति हों।

उन्होंने कहा कि कभी सोचा नहीं जा सकता था कि बीसी सखी की आय एक लाख रुपये महीने हो सकती है। पहले महिला स्वयं सहायता समूह से 2 करोड़ महिलाएं जुड़ी थीं, अब दस करोड़ महिलाएं जुड़ गई हैं। एक प्रतिशत से अधिक जिस सखी का एनपीए होगा, उन्हें स्पेशल पुरस्कार दिया जाएगा। बीसी सखी की सिविल रेटिंग होनी चाहिए। अधिक रेटिंग वाले समूह को लोन में प्राथमिकता मिलनी चाहिए।

केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि जब हम एक पुरुष को 10 हजार का योगदान करते हैं तो वह दस हजार ही होता है लेकिन एक बहन को 10 हजार का योगदान दिया जाता है तो वह तीस हजार के बराबर होता है। उन्होंने कहा कि आज देश के सरकारी और प्राइवेट हर बैंकों में बीसी सखी है। दीदियां हर बिजनेस में हाथ आजमा रही हैं। पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रही हैं।

उन्होंने कहा कि एग्रीकल्चर में भी दीदियों की भूमिका है। भारत के विकास में सबसे बड़ा योगदान एसएचजी ग्रुप होगा। ये समर्थ केवल बीसी के समर्थ में न देखें। इसे पूरी दुनिया में नारी सशक्तीकरण के रूप में देखें।

घर के कामकाज को निपटाने वाली महिलाएं अब बैंक को ले जा रहीं घर-घर तक

इस मौके पर केंद्रीय राज्यमंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने कहा कि 2014 के बाद से महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने पर फोकस किया जा रहा है। घर के कामकाज में व्यस्त रहने वाली महिलाएं अब बीसी सखी के रूप में बैंक को घर-घर ले जा रही है।

मोदी के नेतृत्व में आया महिला सशक्तीकरण का स्वर्णिम युग

उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि मोदी के हाथ देश की बागडोर आने के बाद महिला सशक्तीकरण का स्वर्णिम युग आया है। यूपी के 76 लाख ग्रामीण परिवार महिला स्वयं सहायता समूह से जुड़े हैं। समूह की महिलाओं को लखपति बनाया जा रहा है।

सखियों ने साझा किये अनुभव

बिहार के भोजपुर जिले की बीसी सखी रूबी कुमारी ने अनुभव साझा करते हुए बताया कि 5000 जनधन खाते खोले हैं। अब तक 57 करोड़ का ट्रांजेक्शन किया है। 20 लाख कमीशन मिला है। सुल्तानपुर की प्रियंका मौर्य ने अनुभव साझा करते हुए कहा कि 37 करोड़ रुपये का ट्रांजेक्शन किया गया है। इससे आठ लाख रुपये कमीशन मिला है। गांव में बीसी सखी की आवश्यकता है। परिवार में भी सम्मान मिलता है। उन्होंने बैंक के स्तर से आ रही दिक्कतें भी बताईं।

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