लखनऊ : (Lucknow) उत्तर प्रदेश विधानमंडल का शीतकालीन सत्र (winter session of the Uttar Pradesh) 19 दिसंबर से शुरू होने जा रहा है। योगी कैबिनेट ने मंगलवार काे ‘बाई सर्कुलेशन’ के माध्यम से इस सत्र की तिथियाें को मंजूरी दी और अब राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के अनुमोदन के बाद इन तिथियाें की आधिकारिक अधिसूचना जारी की जाएगी।
जानकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश विधानमंडल का शीतकालीन सत्र 19 दिसंबर से 24 दिसंबर तक चलेगा। सत्र की संक्षिप्त अवधि को देखते हुए सरकार ने अपनी प्राथमिकताएं स्पष्ट कर दी हैं। सबसे महत्वपूर्ण कार्य 22 दिसंबर को वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए प्रथम अनुपूरक बजट पेश किया जाएगा। इसमें प्रमुख विभागों की अतिरिक्त आवश्यकताओं के लिए धनराशि की मांग की जाएगी। इसके अलावा राज्य सरकार सदन में 10 से अधिक विधेयक भी रखने वाली है। इनमें कुछ पुराने लंबित विधेयक और कुछ नए प्रस्ताव भी शामिल बताए जा रहे हैं।
विपक्ष ने पहले ही शीतकालीन सत्र के कम समय होने पर सवाल उठाए हैं। इस बार भी सत्र की सीमित अवधि और विपक्ष की आक्रामक रणनीति को देखते हुए सदन में सरगर्मी देखने को मिल सकती है। माना जा रहा है कि सत्र के दौरान सदन में सरकार संभल में नवंबर 2024 में हुई हिंसा की न्यायिक जांच आयोग की रिपोर्ट भी पेश कर सकती है।
फिलहाल राज्यपाल की मंजूरी का इंतजार है। मंजूरी मिलते ही विधानसभा सचिवालय सत्र (Assembly Secretariat will) की विस्तृत कार्यसूची जारी करेगा। उत्तर प्रदेश के संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना के अनुसार विधानमंडल के सत्र को कैबिनेट की मंजूरी मिली है। अब राज्यपाल की अधिसूचना के बाद इसकी औपचारिक घोषणा की जाएगी।



