कोलकाता:(Kolkata) बीरभूम जिले के बगटुई में एक तृणमूल नेता की हत्या के बाद 10 लोगों के घरों में आगजनी और 11 लोगों को जिंदा जलाए जाने की घटना पूरे देश में सुर्खियां बनी थी। इस बर्बर हत्याकांड के पीड़ित परिवार इस बार आरोपित हमलावर सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवारों के खिलाफ चुनावी मैदान में थे। स्थानीय लोगों ने तृणमूल पर ही भरोसा जताया।
रामपुरहाट एक नंबर ब्लॉक की पंचायत समिति से तत्कालीन घटना में जिंदा जलाई गई डोली बीबी की बहू सीमा खातून चुनावी मैदान में थीं। उन्हें भाजपा की ओर से उम्मीदवार बनाया गया था लेकिन उन्हें करारी शिकस्त मिली है। बड़साल ग्राम पंचायत के बगटुई गांव में अपने पूरे परिवार को आग की घटना में जिंदा जलते देखने वाले मिहिलाल शेख की दीदी मेरीना बीबी उम्मीदवार थीं। भाजपा ने टिकट दिया था। उन्हें भी हार का सामना करना पड़ा है।