कोलकाता : (Kolkata) अपने नाबालिग बेटे के साथ नेपाल के रास्ते उत्तर बंगाल (entered North Bengal through Nepal) में अवैध रूप से प्रवेश करने वाली पाकिस्तानी महिला फर्राटेदार बांग्ला बोलती है। इससे जांच अधिकारी चकित हैं। पाकिस्तानी महिला का नाम सायस्ता हनीफ है जबकि उसके नाबालिग बेटे का नाम एरियान मोहम्मद हनीफ है। शुक्रवार को एक अधिकारी ने बताया है कि बांग्ला भाषा में पाकिस्तानी महिला बिल्कुल निपुण है जो इस बात का संदेह गहरा करता है कि वह पश्चिम बंगाल में पहले भी रह चुकी है। महिला को बुधवार शाम को गिरफ्तार कर लिया गया था। कोर्ट के आदेश पर सात दिनों की पुलिस हिरासत में मौजूद सायस्ता, से लगातार पूछताछ हो रही है। राज्य पुलिस सूत्रों ने बताया कि पूछताछ के दौरान वे उसकी बांग्ला बोली के प्रवाह और सही उच्चारण से आश्चर्यचकित रह गए, जो औसत रूप से शिक्षित बंगालियों द्वारा बोली जाने वाली बांग्ला से किसी भी तरह अलग नहीं है। गिरफ्तार महिला ने दावा किया है कि उसका मूल नाम गौरी डे था। असम में जन्म के बाद उसका परिवार उत्तर 24 परगना जिले में स्थानांतरित हो गया। वहां उसने परिवार की मर्जी के खिलाफ शादी कर ली। पुलिस को दिए गए बयान के अनुसार, शादी के बाद वह पहले अपने पति के साथ दिल्ली चली गईं, फिर पाकिस्तान में कराची और उसके बाद दुबई चली गईं।
अवैध रूप से भारत में प्रवेश के संबंध में उसने पुलिस को बताया है कि उसकी एक बहन पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में रहती है, जिससे वह वर्षों से नहीं मिली थी। सूत्रों ने बताया कि उसने पुलिस को बताया कि उसने भारतीय वीजा के लिए आवेदन किया था जिसे अस्वीकार कर दिया गया और इसलिए उसने नेपाल के रास्ते भारत में प्रवेश करने का फैसला किया। उसने दावा किया कि अपनी बहन से मिलने की बेताबी ने उसे अवैध रूप से सीमा पार करने के लिए मजबूर किया। इस बीच, उसके 11 साल के नाबालिग बेटे को दार्जिलिंग जिले की एक निचली अदालत ने बाल सुधार गृह भेज दिया है।