कोलकाता : कलकत्ता हाई कोर्ट में निचली अदालत में चल रही चिकित्सक प्रज्ञादीपा हालदार की मौत की सुनवाई पर रोक लगा दी है। इसके साथ ही कोर्ट ने सीआईडी जांच की गति पर भी असंतोष जाहिर किया है। न्यायमूर्ति जय सेन गुप्ता की पीठ ने सोमवार को सुनवाई के दौरान कहा कि इस मामले में पुलिस की भूमिका पूरी तरह से असंतोषजनक है। भारतीय सेना के बैरकपुर कैंप में डॉक्टर रहे लेफ्टिनेंट कर्नल कौशिक सर्वाधिकारी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। वह प्रज्ञा दीपा के लीव इन पार्टनर है। सर्वाधिकारी के फ्लैट में ही प्रज्ञा दीपा मृत हालत में मिली थी। इसमें हत्या का आरोप है। 13 अक्टूबर को पिछले साल आरोपित की गिरफ्तारी हो गई थी। साल भर होने को है लेकिन सीआईडी ने इस मामले में चार्ज शीट तक नहीं दी है।
हाई कोर्ट ने अपने आदेश में निचली अदालत की सुनवाई पर तत्काल रोक लगाई। इसके बाद कोर्ट ने स्पष्ट किया कि 17 अक्टूबर को मामले की अगली सुनवाई हाई कोर्ट में होगी। इसके बाद अगले कदम के बारे में निर्देश दिए जायेंगे।
दरअसल पिछले साल 20 नवंबर को अपने सर्वाधिकारी के फ्लैट में प्रज्ञा दीपा मृत मिली थी। वहां से एक सुसाइड नोट बरामद किया गया था। इधर पोस्टमार्टम रिपोर्ट में प्रज्ञा दीपा के शरीर में चोट के निशान मिले हैं जिसके बाद हत्या की आशंका है।