काठमांडू : (Kathmandu) पूर्व राष्ट्रपति विद्या भंडारी (Former President Vidya Bhandari) ने नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी (एकीकृत मार्क्सवादी लेनिनवादी) (Nepal Communist Party) (Unified Marxist Leninist) यानी नेकपा एमाले के अध्यक्ष तथा प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली को चुनौती देते हुए रविवार को सक्रिय राजनीति में वापसी की औपचारिक घोषणा कर दी है।
राजधानी काठमांडू (capital Kathmandu) में आयोजित घोषणा सभा कार्यक्रम में पूर्व राष्ट्रपति भंडारी ने पार्टी के नेतृत्व पर दावा करते हुए सक्रिय राजनीति में वापसी की घोषणा की है। इस सभा में उन्होंने प्रधानमंत्री ओली को भी आमंत्रित किया। ओली इस कार्यक्रम में आए भी, लेकिन अपना संबोधन करके वापस चले गए। विद्या भंडारी ने कहा कि पार्टी और देश की परिस्थिति ठीक नहीं है। आम लोगों में और पार्टी के कार्यकर्ताओं में व्यापक असंतुष्टि है। उन्होंने कहा कि पार्टी के अधिकांश नेता और कार्यकर्ता चाहते हैं कि पार्टी का नेतृत्व परिवर्तन होना चाहिए। इसी तरह देश की जनता भी नेतृत्व परिवर्तन के पक्ष में है।
पूर्व राष्ट्रपति का कहना है कि मैंने अंतिम समय तक सक्रिय राजनीति में रह कर पार्टी का काम करने और अवसर मिलने पर देश का नेतृत्व करने की सोच बनाई है। भंडारी ने कहा कि जल्द ही नेकपा एमाले का विधान अधिवेशन होने वाला है और उसमें ही पार्टी का भविष्य तय किया जाएगा।उन्होंने कहा कि नेपाल इस पार्टी में मेरा भी उतना ही योगदान है, जितना किसी और का। मैंने पार्टी के निर्णय के आधार पर ही राष्ट्रपति का चुनाव लड़ा और दो कार्यकाल तक देश की सेवा की है।
पूर्व राष्ट्रपति विद्या भंडारी ने कहा कि नेपाल के संविधान में यह कहीं नहीं लिखा है कि पूर्व राष्ट्रपति सक्रिय राजनीति में नहीं आ सकते हैं। भंडारी ने कहा कि जब तक सामाजिक जीवन में है और जब तक देश और जनता के लिए आप अपना योगदान दे सकते हैं आपको देना चाहिए।