Kanpur : यूनिवर्सल ह्यूमन वैल्यू कोर्स समेत शोध के नए अवसरों को कार्य परिषद की हरी झंडी

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कानपुर : यूनिवर्सल ह्यूमन वैल्यू कोर्स के लिए नए अवसरों को कार्य परिषद ने हरी झंडी दे दिया है। यह विश्वविद्यालय के पाठ्यक्रम का हिस्सा होगा। यह जानकारी शुक्रवार को छात्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय कानपुर के कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक ने दी।

उन्होंने बताया कि सीएसजेएमयू में आज हुई कार्य परिषद की बैठक में सभी नए प्रस्तावों को हरी झंडी दे दी गई है। बैठक में विश्वविद्यालय में पहली बार ह्यमून वैल्यू कोर्स को पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाने के प्रस्ताव पर मंजूरी प्रदान की गयी है। सीएसजेएमयू में अब ह्यूमन वैल्यू कोर्स इंजीनियरिंग के साथ-साथ प्री पीएचडी पाठ्यक्रम का हिस्सा भी बनेगा।

सीएसजेएमयू प्रदेश का पहला विश्वविद्यालय है जिसने अपने यूजी, पीजी एवं पीएचडी स्तर पर न्यू एजुकेशन पॉलिसी को सबसे पहले लागू किया था। एनईपी के तहत प्रदेश में सबसे पहले सीएसजेएमयू ने ही अपने सभी पाठ्यक्रमों का परीक्षाफल जारी भी किया है। जिसकी सभी सदस्यों ने प्रशंसा की।

डीन अकेडमिक प्रो. रोनी शर्मा ने विश्वविद्यालय में संचालित वोकेशनल कोर्सेज के बारे में प्रस्तुति देते हुए सभी सदस्यों को विश्वविद्यालय परिसर में संचालित पाठ्यक्रमों एवं महाविद्यालयों में संचालित पाठ्यक्रमों के वोकेशनल कोर्सेज के बारे में बताया। साथ ही सभी सदस्यों को सीबीसी माध्यम से क्रेडिट आधारित पाठ्यक्रमों के बारे में अवगत कराया।

डीन रिसर्च एंड डिवलेपमेंट डॉ अनुराधा कालानी ने विश्वविद्यालय में किए जा रहे शोध कार्यों के बारे में प्रस्तुतिकरण दिया। विश्वविद्यालय में अब पीएचडी पाठ्यक्रम में शोधार्थी को शोध पर्यवेक्षक का चुनने का अधिकार अपने कोर्स वर्क के साथ ही प्राप्त हो सकेगा। डॉ कालानी ने विश्वविद्यालय में लंबित चल रहे शोध पर्यवेक्षकों के विषयों में किए गए सुधारात्मक कार्यों के बारे में सदस्यों को जानकारी प्रदान की।

नए विषयों में पीएचडी पाठ्यक्रमों की मिली मंजूरी

विश्वविद्यालय में नए विषयों में पीएचडी पाठ्यक्रम के अवसर पर कार्य परिषद ने मंजूरी प्रदान की। कार्य परिषद के सदस्यों ने विश्वविद्यालय द्वारा शोध के क्षेत्र में किए जा रहे प्रयासों की सराहना की। विश्वविद्यालय द्वारा रिसर्च प्रोजेक्ट एवं सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के बारे में भी कार्य परिषद के सदस्यों को जानकारी प्रदान की गयी। लाइफ साइंस में किए जा रहे उच्च स्तरीय शोध कार्यों के बारे में भी विस्तार से बताया गया। साथ ही इंटरनेशनल रिलेशन एवं अकेडमिक कॉरपोरेशन सेल की प्रगति के बारे में सभी सदस्यों को अवगत कराया गया। ऑनलाइन एवं ऑफलाइन (हाईब्रिड) मोड में हुई इस बैठक में वित्त समिति, परीक्षा समिति, भवन समिति की बैठक की कार्यवाही को अनुमोदित भी किया गया। गणेश शंकर विद्यार्थी केंद्रीय पुस्तकालय में संशोधित नीति जिसके तहत नए-नए रिसोर्सज के अपनाने, सदस्य नीति के बारे में सदस्यों को अवगत कराया गया।

बैठक में उपस्थित सभी सदस्यों ने विश्वविद्यालय द्वारा लागू की गयी न्यू एजुकेशन पॉलिसी के सफलतापूर्वक लागू करने पर प्रो पाठक समेत सभी सदस्यों को बधाई दी। इससे पहले कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक की अध्यक्षता में हुए कार्य परिषद की बैठक में सभी नए सदस्यों का स्वागत किया गया।

बैठक में प्रति कुलपति प्रो. सुधीर कुमार अवस्थी, कार्य परिषद के सदस्य न्यायमूर्ति श्रीकांत त्रिपाठी, प्रो. दिलीप सरदेसाई, प्रो. शलभ, डॉ उमेश पालीवाल, क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी डॉ रिपुदमन सिंह, प्रो. आर. के. द्विवेदी, प्रो. रोली शर्मा, प्रो. अंशु यादव, प्रो. संदीप सिंह, प्रो. नीरज कुमार सिंह, अशोक कुमार त्रिपाठी समेत सभी सदस्य मौजूद रहे।