जोधपुर : चौपासनी हाउसिंग बोर्ड थाना पुलिस ने ऑपरेशन एन्टी वायरस के तहत साइबर ठगी की अलग-अलग वारदातों में त्वरित कार्रवाई करते हुए कुल 48 लाख 43 हजार रुपए की राशि पीडि़तों के खातों में रिफंड करवाई।
थानाधिकारी नितिन दवे ने बताया कि थाना स्तर पर इस साल कुल 25 लोगों ने साइबर ठगी की शिकायतें की। इस पर साइबर एक्सपर्ट कांस्टेबल दिनेश पटेल व बाबूलाल ने फ्रॉॅडकर्ताओं द्वारा ठगी के लिए उपयोग में लिए गए बैंक खातों को सम्बन्धित बैंकों के नोडल अधिकारियों से सम्पर्क कर फ्रीज करवाया। साथ ही फ्रॉॅडकर्ताओं के बैक खातों में होल्ड/फ्रीज राशि को पीड़ितों के खातों मे पुन: रिफण्ड करवाने हेतु न्यायालय से रिफण्ड का आदेश पारित करवाकर अब तक 48 लाख 43 हजार रुपए की राशि रिफण्ड करवाई। उन्होंने बताया कि मुख्यालय द्वारा ऑपरेशन एन्टी वायरस के तहत साइबर अपराधियों के विरूद्व प्रभावी कार्रवाई हेतु विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इसके तहत यह कार्रवाई की गई।
इस तरह करते है ठगी
साइबर ठगों द्वारा कम समय में ज्यादा पैसे कमाने का लालच देकर शेयर मार्केट, ऑनलाइन ट्रेडिंग एप या आईपीओ में इन्वेस्ट करने के नाम पर टेलीग्राम या व्हॉट्सअप पर लालच भरा मैसेज भेजा जाता है जिस पर लालच में आकर भेजे गए मैसेज पर क्लिक करके फर्जी ट्रेडिंग ऐप या ट्रेडिंग वेबसाइट के ग्रुप में जॉइन हो जाते है। वहां पर साइबर ठगों का गिरोह पहले से ही व्हॉट्सअप में जॉइन होते है जो साइबर ठगी का जाल बिछाकर कुछ घण्टो में मुनाफा होने का फर्जी पेमेंट क्रेडिट होने का स्क्रीन शॉट व्हॉट्सअप ग्रुप में शेयर करके विश्वास में ले लेते है तथा और अधिक रुपए इन्वेस्टमेंट करने का प्रलोभन देते है। इस पर लोग शुरू में छोटी रकम इन्वेस्ट करते है तथा ठग कुछ ही समय बाद थोड़े पैसे मिलाकर तुरन्त पीड़ितों के बैक अकाउंट में वापस पैसे ट्रांसफर कर विश्वास में ले लेते है फिर लाखों रुपए इन्वेस्टमेण्ट करने का प्रलोभन देते है जिस पर विश्वास में आकर लोग लाखो रुपए की राशि साइबर ठगों के खातों में ट्रांसफर कर देते है। फिर साइबर ठग डमी ट्रेडिंग ऐप के अकाउण्ट में लाखों का मुनाफा दिखाकर परिवादियों से खातों में पैसे जमा करवाते रहते है और जब परिवादी पैसे रिफण्ड की मांग करता है तो उसे ब्लॉक करके सारी राशि ठगकर ट्रेडिंग ऐप या ट्रेडिंग वेबसाइट को बन्द करके गायब हो जाते है।