जम्मू : श्री अमरनाथ जी यात्रा वेलफेयर सोसाइटी की प्रदेश उपाध्यक्ष सादिका खान ने जम्मू के प्रेस क्लब में गुरूवार को पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि भगवान प्रभु श्री राम मेरे सपने में आए थे और मुझे उन्होंने अयोध्या बुलाया था। इस बात में तनिक भी राजनीति नहीं है मैं बचपन से ही एक फौजी परिवार में जन्मी हूं और मेरा कलर मेरे परिवार हमेशा चंडीगढ़ में हिंदू फैमिली परिवारों के साथ मिलजुल कर रहे हैं। मैं हमेशा ही माता के जागरण आदि में बढ़-चढ़कर के हिस्सा लिया करती थी और मेरे परिवार के लोग भी और मैं पिछले 12 सालों से श्री अमरनाथ जी यात्रा वेलफेयर सोसाइटी में लंगर लगाने का जम्मू से लेकर कश्मीर तक कार्य कर रही हूं और देश के तमाम कोणों से आए शिव भक्तों की सेवा करती हूं।
सादिका खान ने कहा कि जब प्रभु श्री राम ने मुझे अयोध्या बुलाया था तो तभी से कट्टरपंथियों ने मुझे तथा मेरे परिवार को लगातार प्रताड़ित किया है और मुझे धमकियां भी मिल रही हैं लेकिन मैं किसी भी कट्टरपंथी के सामने झुकने वाली नहीं। मेरा मानना है कि राम और रहीम सब एक ही हैं, रब एक है, परमात्मा एक है। जब तक हम अपने दिलों से यह नफरत की भावनाएं नहीं निकालते तब तक पूरे विश्व में अमन चैन नहीं फैलेगा और मैंने अयोध्या जाकर आपसी भाईचारे का संदेश दिया है और नफरत को मिटाने की एक कोशिश की है। मेरे घर का खर्च कट्टरपंथी जमाती के लोग नहीं चलाते, मैं एक बिजनेसमैन लेडी हूं और मेहनत करके खाती हूं सिर्फ मेरा खुदा और मेरा परमात्मा मेरा साथ देता है मेरा परिवार साथ देता है तभी मैं इतनी तरक्की कर रही हूं। मुझे किसी की धमकी की कोई परवाह नहीं है। आज मैं खुलेआम उन कट्टरपंथियों को कहना चाहती हूं कि नफरत का माहौल इस देश से पूरी तरह खत्म करें तभी आपस में भाईचारा बढ़ेगा और इंसानियत कायम रहेगी
इस मौके पर श्री अमरनाथ जी यात्रा वेलफेयर सोसाइटी जम्मू कश्मीर प्रदेश अध्यक्ष अक्षित महाजन’ ने सादिका खान के हौंसले को सलाम करते हुए उनकी तारीफ की और कहा कि सादिका खान एक बहादुर, साहसी महिला हैं जो हिंदू मुस्लिम के बीच एकता की नींव रख रही हैं और आपसी भाईचारे को कायम करने वाला कार्य किया है। आज हमें अपनी संस्था और इन पर पूरा फक्र है और गर्व महसूस करते हैं कि वह इतनी बहादुरी के साथ जम्मू से लेकर अयोध्या तक अकेले गाड़ी ड्राइव कर भगवान प्रभु श्री राम के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल हुई और भगवान श्री राम का आशीर्वाद लिया और एक भाईचारे का संदेश दिया।
महाजन ने आगे बोलते हुए कहा कि अयोध्या मंदिर तो मात्र अभी झांकी है मथुरा, काशी अभी बाकी है। उन्होंने माननीय अदालत द्वारा ज्ञानवापी मंदिर में पूजा अर्चना किए जाने की इजाजत दिए जाने पर माननीय अदालत का धन्यवाद व्यक्त करते हुए कहा कि हमें उम्मीद है कि जल्द से जल्द ज्ञानवापी में हम भगवान भोलेनाथ का ऐतिहासिक मंदिर बना पाएंगे और कट्टरपंथी तबलीकी जमात के लोग देखते रह जाएंगे।