जम्मू : भाजपा के राष्ट्रीय महासचिवऔर जम्मू-कश्मीर के पार्टी प्रभारी तरुण चुघ ने पहाड़ियों को एसटी का दर्जा दिए जाने को केंद्र शासित प्रदेश के लिए एक महत्वपूर्ण क्षण बताया है। चुघ ने संविधान (जम्मू और कश्मीर) अनुसूचित जनजाति आदेश (संशोधन) विधेयक, 2024 के लोकसभा में पारित होने पर उनकी अग्रणी पहल के लिए प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना की।
ऐतिहासिक विधेयक का उद्देश्य जम्मू-कश्मीर में इन समुदायों की लंबे समय से चली आ रही मांग को पूरा करते हुए अनुसूचित जनजाति का दर्जा प्रदान करके (i) पहाड़ी जातीय समूह (ii) पडरी जनजाति (iii) कोली और (iv) गाद्दा ब्राह्मण को सशक्त बनाना है। मामले का राजनीतिकरण करने के लिए विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए चुघ ने कहा कि यह पहाड़ी जातीय समुदाय के लिए एक ऐतिहासिक क्षण है।
उन्होंने कहा कि इस विधेयक का प्रचंड बहुमत से पारित होना उन राजनीतिक दलों को करारा जवाब है जो अपने निहित स्वार्थ के लिए इस मुद्दे का राजनीतिकरण कर रहे थे। चुघ ने कहा कि इन विधेयकों से जम्मू-कश्मीर के लोगों को न्याय मिला है और यह केवल पीएम मोदी के नेतृत्व में ही संभव हो पाया है। कांग्रेस और अन्य क्षेत्रीय दल पिछले 70 वर्षों में लोगों को न्याय देने में विफल रहे हैं और इन समुदायों का इस्तेमाल केवल अपने राजनीतिक लाभ के लिए किया है।