जैसलमेर : जिला मुख्यालय के पास अमरसागर क्षेत्र में यूआइटी की तरफ से जिन पाक विस्थापितों के अवैध कब्जे हटाए गए थे, उन्हें अब प्रशासन की पहल पर मूलसागर गांव में बसाया जाएगा।
बुधवार को नए स्थान पर विस्थापितों को बसाने का काम शुरू किया गया। जिला कलेक्टर टीना डाबी ने बुधवार शाम को पाक विस्थापितों के लिए मूलसागर गांव के चिन्हित जमीन पर पहुंच कर समतलीकरण कार्य का जायजा लिया। पाक विस्थापितों को जब तक भारत की नागरिकता नहीं मिलती, तब तक मूलभूत सुविधाओं के साथ रहने के लिए यहां बसाया जाएगा। जमीन चिन्हित करने के बाद शरणार्थियों में खुशी की लहर है। उन लोंगों ने एक दूसरे को मिठाई खिलाकर बधाई दी। पाक विस्थापितों ने इसके लिए कलेक्टर टीना डाबी काे तहे दिल से धन्यवाद दिया। महिलाओं ने माला पहना कर कलेक्टर मैडम को पुत्रवती होने का आशीर्वाद दिया।
उल्लेखनीय है 16 मई को अमरसागर क्षेत्र में खसरा सं. 32 पर काबिज पाक विस्थापित परिवारों के अवैध कब्जों को हटा दिया गया था। बाद में मामले ने तूल पकड़ गया। गंभीरता को भांपते हुए जिला प्रशासन ने अमरसागर से हटाए गए लोगों के लिए अस्थाई तौर पर नगरपरिषद के डेडानसर स्थित रैन बसेरा में रहने-खाने का प्रबंध किया।
सीमांत लोक संगठन के अध्यक्ष हिन्दू सिंह सोढा ने खुशी जाहिर कर कलेक्टर मैडम को धन्यवाद दिया और आशा जताई कि पाक विस्थापितों के आवास से संबंधित ये जैसलमेर मॉडल पूरे देश में कामयाब होगा