जयपुर:(Jaipur) अशोक नगर थाना इलाके मस्थित योजना भवन के बेसमेंट की बंद पड़ी अलमारी से दो करोड़ इकतीस लाख उनचास हजार पांच सौ रुपये की नकदी और एक किलो सोने का बिस्कुट मिला है जिसे पुलिस ने जब्त कर योजना भवन के सात कर्मचारियों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरु कर दी है।
जयपुर पुलिस कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव ने बताया है कि जिस बेसमेंट से नकदी और सोना मिला है, वहां ई फाइलिंग प्रोजेक्ट के तहत फाइलों को स्कैन करके उन्हें डिजिटलाइज्ड किया जा रहा है। वहां दो अलमारियां बंद थीं, उनकी चाबियां नहीं मिल रही थीं। जब चाबियां नहीं मिलीं तो उन अलमारियों के लॉक तोड़कर खोला गया।
एक अलमारी में फाइलें मिलीं, जबकि दूसरी अलमारी में एक ट्रॉली सूटकेस मिला। इस ट्रॉली सूटकेस को खोलकर देखा तो उसमें नोट भरे हुए थे। इसके बाद कर्मचारियों ने अशोक नगर थाने को सूचना दी। इसके बाद थानाधिकारी ओर वरिष्ठ पुलिस अफसर मौके पर पहुंचे। पुलिस ने ट्राॅली सूटकेस को खोलकर करेंसी नोटों को गिनकर जब्त किया। इसमें दो करोड़ इकतीस लाख उनचास हजार पांच सौ रुपये कैश के साथ एक किलो सोने का बिस्किट भी मिले हैं।
योजना भवन में करोड़ों की नकदी मिलने के बाद शुक्रवार देर रात मुख्य सचिव ऊषा शर्मा, पुलिस महानिदेशक उमेश मिश्रा, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक दिनेश एमएन और जयपुर कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव ने सचिवालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा की योजना भवन की अलमारी से करोड़ों की नकदी और एक किलो सोना मिलने की घटना में योजना भवन के विभागों के अधिकारी कर्मचारी शक के दायरे में हैं। सात कर्मचारियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। जयपुर पुलिस कमिश्नर ने पूरे मामले का जल्द खुलासा करने का दावा किया है।
जिस अलमारी से नकदी और सोना बरामद हुआ, वह कई महीनों से बंद पड़ी थी। बेसमेंट में जहां नकदी मिली है वहां आधार-यूआईडी से जुड़े कर्मचारियों का आना जाना था, पुलिस बेसमेंट में अलमारियों तक एक्सेस रखने वाले कर्मचारियों से पूछताछ करेगी। साथ ही भवन के बेसमेंट में जाने आने वालों के सीसीटीवी फुटेज भी देखें बता यार जा रहे हैं।
भ्रष्टाचार की गंगोत्री आखिरकार सचिवालय तक पहुंच ही गई: राजेंद्र राठौड़
योजना भवन में करोड़ों की नकदी मिलने की घटना पर अब बीजेपी ने सरकार पर निशाना साधा है। नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने ट्वीट कर कहा कि भ्रष्टाचार की गंगोत्री आखिरकार सचिवालय तक पहुंच ही गई।
राजस्थान सचिवालय जहां मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बैठकर शासन चलाते हैं वहां करोड़ों की नकदी और सोना बरामद होना इस बात का प्रमाण है कि गहलोत सरकार भ्रष्टाचार के संरक्षणदाता की भूमिका में है। राठौड़ ने कहा कि दो हजार के नोट को चलन से बाहर करने का बयान देने वाले मुख्यमंत्री आप केवल इतना बता दीजिए कि आपका सचिवालय दो हजार के अनगिनत नोटों को क्यों उगल रहा है ।
गहलोत सरकार का पेट काला धन निगलते-निगलते ऊपर तक भर गया है: गजेंद्र सिंह शेखावत
इधर केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्रसिंह शेखावत ने इस मामले में कहा हैं कि गहलोत सरकार का पेट काला धन निगलते-निगलते ऊपर तक भर गया है, इसलिए आज सचिवालय ने करोड़ों की नकदी और सोना उगल दिया। विकास में निरंतर नीचे जा रहे राज्य में भ्रष्टाचार किस ऊंचाई पर पहुंच गया है, ये उसका प्रत्यक्ष प्रमाण है। सरकारी लीपापोती जारी है लेकिन जनता से कुछ छिपता नहीं है।”