जयपुर : कानोता थाना इलाके से नौ सितंबर को मकान से एक महिला को अगवा कर हत्या के बाद शव को टोंक जिले के दतवास में फैंकने का मामले को पुलिस ने पर्दाफाश कर लिया। पुलिस ने हत्याकांड में मृतका के पति, उसकी दूसरी पत्नी समेत सात जनों को गिरफ्तार किया है। वहीं राहुल समेत दो आरोपी फरार है। मृतका के पति ने मुख्य आरोपी राहुल को दो लाख रुपए व खुद की वैन गिफ्ट करने का झांसा देकर हत्या करने की सुपारी दी थी।
जयपुर पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसफ ने बताया कि कानोता थाना इलाके से नौ सितंबर को मकान से एक महिला को अगवा कर हत्या के बाद शव फैकने वाले आरोपी मृगेन्द्र राव (37) निवासी न्यू मुन्दिपुरा, जामडोली हॉल रूद्राक्ष अपार्टमेंट प्रताप नगर, दूसरी पत्नी सन्तोष (35) निवासी जवाहर नगर कच्ची बस्ती, सचिन उर्फ राजा (24) निवासी गांव कारवाड मीना हिण्डौन, मुनीम मीना (32) निवासी सांथा, मदन मोहन (22) निवासी गांव मण्डरायल करौली, नवीन बंजारा उर्फ नवल (24) और रोशन उर्फ स्याणी (24) निवासी लूनियावास को गिरफ्तार किया है। वहीं अन्य मुख्य आरोपी राहुल प्रजापत (19) निवासी व विकास उर्फ टेम्पो (19) निवासी लूनियावास खोनागोरियान फरार है।
पुलिस ने बताया कि मृतका सुशीला व उसके पति मृगेन्द्र राव के बीच रिश्तेदार नाथू को लेकर विवाद था। मृगेन्द्र राव को शक था कि उसकी पत्नी के नाथू से अवैध संबंध है। मृतका व उसके पति के बीच मुकदमें बाजी भी चल रही थी। मृतका को मकान पति मृगेन्द्र राव ने दिलाया था और मृतका के नाम ही था। पति मृगेन्द्र राव ने दूसरी पत्नी संतोष के साथ मिलकर हत्या करने की साजिश रची थी। पति ने हत्या के बाद मकान को बेचकर मिलने वाले रुपयों में बंटवारा करने की बात कहकर सभी को साजिश में शामिल किया था। इसके बाद रात आरोपी सन्तोष, सचिन उर्फ राजा, दोस्त राहुल, विकास, नवीन, मुनेश, मदन मोहन व रोशन स्विफ्ट डिजायर से सुशीला को अगवा कर ले गए। फिर राहुल, टेम्पो सन्तोष, राहुल, विकास ने रास्ते में चुन्नी से गला घोंटकर सुशीला की हत्या कर दी। शव को रात के अंधेरे में लालसोट-कोथून स्टेट हाईवे पर जसोदा नन्दनपुरा दतवास जिला टोंक में सडक किनारे फेंक दिया