परिवार में होने वाले कार्यक्रम के लिए घर लेकर गए तो हुआ खुलासा
हिसार : (Hisar) शहर की एसबीआई की मुख्य शाखा के लॉकर से लगभग 12 से 15 तोले सोने के आभूषण रहस्यमय ढंग से गायब होने व बदले जाने का बड़ा मामला सामने आया है। लॉकर मालिक ने पूरे मामले की शिकायत पुलिस को दी है वहीं बैंक का कहना है कि वे लॉकर किराए पर देते हैं, उसमें लॉकर स्वामी क्या रखता है या क्या निकालता है, उन्हें कोई जानकारी नहीं होती। ऐसे में अब यह जांच के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा कि आभूषण गायब हुए हैं या नहीं, हुए हैं तो कैसे हुए, कहां से हुए।मिली जानकारी के अनुसार अर्बन एस्टेट निवासी अशोक मेहता ने अर्बन एस्टेट पुलिस को शिकायत दी है। शिकायत में अशोक ने कहा है कि उन्होंने जाट कॉलेज के पास स्थित एसबीआई की मुख्य शाखा में लॉकर ले रखा है और उसमें वे अपने आभूषण रखते हैं। शुक्रवार शाम को उनके घर में कोई कार्यक्रम होना था, जिसको देखते हुए वे 1.35 बजे लॉकर से अपनी पत्नी के आभूषण लेकर घर गए। कुछ देर बाद उनकी पत्नी ने बताया कि ये आभूषण उसके नहीं है। यह सुनकर उनके होश उड़ गए। अशोक के अनुसार वे वापिस बैंक में आए और शिकायत दी कि लॉकर में से उनके असल आभूषण की जगह दूसरे आभूषण रखे गए हैं। ये मिला आभूषणों मेंबैंक में साथ आई अशोक की पत्नी ने बताया कि घर ले जाने के बाद उन्होंने आभूषण देते तो वे संदिग्ध लगे। उन्होंने बताया कि लॉकर में उन्होंने 6 अलग अलग प्रकार के टॉप्स रखे थे, जिनमें तीन टॉप्स गायब हैं। इसके अलावा एक चैन, पांच छह सोने की चूड़ियां गायब मिली। महिला के अनुसार जो सोना हम लॉकर से लेकर गए हैं, वो हमारा नहीं है, किसी ने बदला है। अब यह जांच के बाद पता चलेगा कि असली है या नकली।न घर पर सुरक्षित न बैंक में सुरक्षितमौके पर मौजूद लॉकर स्वामी अशोक मेहता, उसकी पत्नी व पुत्र ने घटना पर रोष जताते हुए कहा कि इस घटना ने सिद्ध कर दिया है कि सोने व चांदी के आभूषण न तो घर में सुरक्षित है और न ही बैंक में। घर में चोरियों आदि के भय से उन्होंने लॉकर लिया लेकिन यहां भी उनके साथ ये हेराफेरी हो गई। पुलिस को दी शिकायत, जांच शुरूअशोक मेहता ने बैंक के लॉकर में कथित रूप से सोने के आभूषण चोरी होने या बदले जाने की सूचना अर्बन एस्टेट पुलिस को दी है। पुलिस ने उनकी शिकायत लेकर मामले की जांच शुरू कर दी है। जांच के बाद ही स्पष्ट होगा कि असल मामला क्या है। पुलिस ने बैंक अधिकारियों व कर्मचारियों से भी इस संबंध में बात की है।ये बोले बैंक अधिकारी
एसबीआई बैंक के अधिकारियों का कहना है कि वे लॉकर किराए पर देते हैं, जिसकी एक चाबी लॉकर लेने वाले के पास और दूसरी चाबी बैंक के पास होती है। जब लॉकर मालिक उसमें से कुछ निकालने या रखने आता है तो बैंक का कर्मचारी चाबी लेकर साथ जाता है और चाबी लगाने के बाद तुरंत वापिस आ जाता है। अब लॉकर स्वामी ने उसमें सोना रखा है, चांदी रखा है या कुछ और रखा है, उसकी बैंक को कोई जानकारी नहीं होती। अधिकारियों के अनुसार पिछले वर्ष 2024 में लॉकर स्वामी ने अप्रैल में दो बार व अक्टूबर में दो बार विजीट की है। ऐसे में यह जांच का विषय है कि उनके आभूषण किसी कार्यक्रम में उनके घर पर ही बदले गए हैं या कहीं और।