फरीदाबाद : (Faridabad) कंपनी का मालिक बताकर फाइनेंस मैनेजर से 30 लाख रुपए की ठगी कर ली गई। पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि इस मामले में महिला सहित चार आरोपियों को साइबर थाना बलभगढ़ पुलिस टीम ने गिरफ्तार किया है।
साइबर थाना बल्लभगढ़ में सेक्टर 3 निवासी एक व्यक्ति ने दी अपनी शिकायत में आरोप लगाया कि वह एक प्राइवेट कंपनी में फाइनेंस मैनेजर के पद पर कार्यरत है। उसके पास एक प्राइवेट नंबर से वाट्सअप पर मैसेज आया कि वह कथित प्राइवेट कम्पनी का मालिक है। वाट्सअप की प्रोफाइल पिक्चर पर भी कंपनी का लागो लगा हुआ था तथा कंपनी का मालिक कुछ दिन पहले जर्मनी गया हुआ था। शिकायकर्ता ने इस नंबर को कंपनी मालिक का जर्मनी का नया नंबर माना तथा कथित मालिक द्वारा फोन पर बताया गया कि उसे एक प्रोजेक्ट के लिए एडवांस मे कुछ रूपये चाहिए जिसके बाद शिकायतकर्ता ने 3 अलग अलग अकाउंट्स में 30 लाख रूपये ट्रांसफर कर दिए। इसके बाद उसी नंबर से फिर मैसेज आया कि कुछ और पैसे चाहिए जिसके बाद शिकायकर्ता को ठगों पर संदेह हुआ। जिस पर शिकायतकर्ता की कंपनी के मालिक के बेटे से बात की जोकि अपने पिता के साथ ही जर्मनी में था। जिसने शिकायकर्ता को बतलाया कि उसके पिता के द्वारा कोई पैसा वाट्सअप के जरिए नहीं मांगा गया।
शिकायत पर साइबर थाना बल्लभगढ़ में ठगी की धाराओं में मामला दर्ज किया गया। उन्होंने बतलाया कि साइबर थाना सेंट्रल की टीम ने कार्रवाई करते हुए 4 आरोपी चंद्रशेखर(43), अनुपमा(42) निवासी सेक्टर 18 द्वारका नॉर्थ दिल्ली, नितिन रिठालिया उर्फ नोनू(28) व प्रियांशु(22) वासी नजफगढ़ दिल्ली को दिल्ली गिरफ्तार किया है। पूछताछ में सामने आया की आरोपी महिला अनुपमा(42) खाताधारक है जो गृहिणी का काम करती है तथा एमबीए की पढ़ाई की हुई है आरोपी महिला का खाता उसके पति चंद्रशेखर(43) ने कमीशन के लालच में आरोपी नितिन को बेच दिया था। नितिन नाई का काम करता है तथा नितिन ने यह खाता आगे प्रियांशु को बेच दिया जो टैक्सी चलाने का काम करता है आरोपी नितिन व प्रियांशु दोस्त है तथा चंद्रशेखर कभी कभी बाल कटवाने नितिन की दुकान पर जाता था, जहां उसकी जान पहचान नितिन से हुई थी खाते में ठगी के कुल 10 लाख रूपये आए थे। पूछताछ के लिए आरोपियों को सोमवार को अदालत में पेश किया, जहां से उन्हें तीन दिन से पुलिस रिमांड पर भेज दिया।