धर्मशाला : हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय द्वारा दृश्य कला विभाग में संस्कृति मंत्रालय के सौजन्य से चल रहे सीसीआरटी (सेंटर फार कलचरल रिर्सोस एडं ट्रेनिंग) के साथ मिलकर एक साल का सर्टिफिकेट कोर्स शुरू किया जा रहा है। नए आकादमिक सत्र से इस कोर्स को शुरू किया जाएगा। ऑनलाइन और ऑफलाइन चलाए जाने वाले इस कोर्स में 50 विद्यार्थियों को दाखिला मिलेगा। जिन्हें केंद्रीय विश्वविद्यालय प्रमाणपत्र भी देगा। यह जानकारी सीयू के कुलपति प्रो. सत प्रकाश बंसल ने मंगलवार को कुलपति सचिवालय में सीसीआरटी के साथ हुए करार के दौरान दी। इस मौके पर सेंटर के निदेशक रिषि विशिष्ट भी मौजूद रहे।
सीसीआरटी का मुख्य उद्देश्य देश भर के सेवारत शिक्षकों, शिक्षक प्रशिक्षकों, शैक्षिक प्रशासकों, छात्रों के लिए विविध प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन करना है। यह करार पारस्परिक रूप से छात्रों और संकाय को संसाधनों की व्यापक श्रृंखला तक पहुंचने में सक्षम बनाएगा, जिससे शिक्षा और अनुसंधान उत्पादन की गुणवत्ता में वृद्धि होगी।
कुलपति प्रो. बंसल ने कहा कि संस्कृति मंत्रालय के सौजन्य से चल रहे सांस्कृतिक संसाधन एवं प्रशिक्षण केंद्र कलाकारों को प्रोत्सहित करने के लिए स्कालशिप कार्यक्रम भी चलाता है। जिसमें 18 से ऊपर की आयु के कलाकारों को छात्रवृति दी जाती है। जिससे केंद्रीय विश्वविद्यालय के बीएफए के विद्यार्थी लाभान्वित हो पाएंगे। उन्हें पांच हजार हर माह छात्रवृत्ति का लाभ मिल पाएगा। इसके लिए उन्हें ऑनलाइन आवेदन करना होगा। वहीं 20 से 40 साल आयु वर्ग के लिए भी स्कालशिप का प्रावधान है। इसमें हर माह दस हजार रुपये छात्रवृति दिए जाने का प्रावधान है। जिससे विश्वविद्यालय के आरडी स्कालर और संकाय सदस्य भी लाभान्वित हो पाएंगे।
इसके साथ ही सीसीआरटी की ओर से एक सीनियर फैलोशिप भी है जिसमें 40 वर्ष से ऊपर की आयु वर्ग को शामिल किया गया है। इसमें 20 हजार हर माह छात्रवृति दिए जाने का प्रावधान है। इस मौके पर कुलसचिव प्रो. सुमन शर्मा, दृश्यव कला विभाग की विभागाध्यपक्ष प्रो. निरुपमा सिंह और सीसीआरटी के अधिकारी मौजूद रहे।