धमतरी : लोन के नाम पर 85 लाख रुपये की हुई ठगी के आरोपित महिला की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने घटना के मास्टरमाइंड आरोपित शैलेन्द्र ज्ञानचंदानी 49 वर्ष महालक्ष्मी इनक्लेव मकान नं-15 धमतरी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। वर्ष 2021 में आरोपित ने ओरिएंटल बैंक शाखा धमतरी के फर्जी स्टेटमेंट लेकर ऐक्सिस बैंक से लोन लिया था।
सिटी कोतवाली पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार पीड़ित भगवान विश्वकर्मा की होगी स्थापना योगेश देशमुख ऐक्सिस बैंक के मैनेजर ने लिखित आवेदन प्रस्तुत कर तीन सितंबर 2021 को रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि बालाजी सेल्स की प्रोपाईटर उषा ज्ञानचंदानी निवासी आमापारा धमतरी ने ओरिएंटल बैंक आफ कामर्स शाखा धमतरी में अपने लोन खाते का फर्जी बैंक स्टेटमेंट प्रस्तुत कर ऐक्सिस बैंक शाखा धमतरी से 85 लाख रुपये का लोन राशि प्राप्त कर धोखाधड़ी किया है। रिपोर्ट पर पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ जुर्म दर्ज कर पतासाजी में जुटी हुई थी। पुलिस को विवेचना के दौरान आरोपिता उषा ज्ञानचंदानी द्वारा प्रस्तुत ओरिएंन्टल बैंक शाखा धमतरी के फर्जी स्टेटमेंट के संबंध में उक्त बैंक से स्टेटमेंट लिया गया, जिसमें आरोपिता द्वारा प्रस्तुत स्टेटमेंट एवं बैंक से प्राप्त स्टेटमेंट भिन्नता पाई गई थी। इसके बाद से आरोपिता के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध होने के बाद से फरार थी। इसकी अग्रिम जमानत, एडीजे न्यायालय धमतरी, उच्च्च न्यायालय बिलासपुर से निरस्त किया गया था। आरोपिता से पूछताछ पर शैलेन्द्र ज्ञानचंदानी को बालाजी सेल्स की प्रापाईटर का संचालन करना बताया है जिस संबंध में पूछताछ के संबंध में लगातार आरोपित को उपस्थित होने नोटिस जारी किया गया, लेकिन आरोपित थाना नहीं आकर फरार रहा न ही विवेचना कार्य में सहयोग किया। इसके लिए लगातार पतासाजी की गई और 15 सितंबर 2024 को थाना में उपस्थिति दी। प्रकरण के संबंध में पूछताछ किया गया, तो गोल मोल जवाब देता रहा। बालाजी सेल्स का मूल दस्तावेज प्रस्तुत नही किया न ही बैंक से संबंधित कोई जानकारी दिया गया। इसके विरूद्ध भी पुलिस ने जुर्म दर्ज कर विधिवत गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है।