दमोह : कलेक्टर सुधीर कुमार कोचर एक अलग अंदाज उस समय सामने आया, जब वह ग्रामीणों और बच्चों से संवाद करने के लिये जमीन पर बैठ गये। उनका यह रूप देख जहां अधिकारी हैरान रह गये जबकि ग्रामीणों और बच्चों के चेहरों पर आत्मीयता का भाव दिखलायी दिया। कलेक्टर कोचर ने इस अवसर पर ग्रामीणों और बच्चों के साथ फोटो भी खिंचाई।
दरअसल, रविवार को कलेक्टर कोचर ने मारूताल, अर्थ खेड़ा टोरी, मनका सहित अन्य गांवों में पहुंचकर मतदान केन्द्रों का जायजा लिया, साथ ही इस दौरान मनका में बुजुर्गो के साथ बैठकर बातें की और मारूताल में स्कूली बच्चो से मिले, उनकी बातें सुनी, उनसे बातें की और वस्तु स्थिति जानी। इस दौरान कोई भी प्रशासनिक अधिकारी या कर्मचारी वहां मौजूद नहीं रहे। मारूताल में वहां स्कूल के समीप खेल रहे बच्चों के आग्रह पर उनके साथ एक फोटो भी करवाई।
कलेक्टर सुधीर कुमार कोचर कहते हैं कि मेरे द्वारा लगातार यह प्रयास किया जा रहा है कि मैं अधिक से अधिक मतदान केन्द्रों का निरीक्षण कर सकूं, भ्रमण कर सकूं और वहां की व्यवस्थाओं के बारे में स्वयं जानकारी ले सकूं और वहां बेहतर चाकचैबंद व्यवस्थाएं बनाने के लिए अधिकारियों को निर्देशित कर सकूं। इस उद्देश्य से मैंने कल दमोह के शहरी क्षेत्र में लगभग 20 मतदान केन्द्रों का दौरा किया था और आज भी लगभग 20 से अधिक ग्रामीण क्षेत्रों के मतदान केन्द्रों का जायजा लिया है, जिसमें मनका, बांसा तारखेड़ा, इमलाई, मारुताल आदि शामिल है।
कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी कोचर ने बताया इस भ्रमण के दौरान संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे, मैंने वहां पर सारी व्यवस्थाएं देखी कि किस तरह से मतदान केन्द्र पर मतदाताओं के लिए बैठने, पानी, बिजली एवं शौचालय की व्यवस्था और हमारी टीम के लिए व्यवस्थाएं और मतदान केंद्र में एंट्री और एग्जिट की व्यवस्थाएं और भी सारी चीजों की व्यवस्थाओं का अवलोकन किया है और समुचित निर्देश दिए हैं। कोचर कहते है पिछले तीन-चार दिनों से दमोह आया हूं, मेरी बहुत मन से इच्छा थी कि मैं जितना जल्दी हो सके यहां की जनता से जुड़ने का प्रयास कर सकूं। जिले का कलेक्टर होने के नाते जनता के साथ भावनात्मक जुड़ाव बहुत महत्वपूर्ण हो जाता है और यह हमे शासकीय और कार्यक्रमों के क्रियान्वयन के लिए भी बहुत सपोर्ट करता है, संबल देता है।