चंडीगढ़: (Chandigarh) पंजाब में राजस्व विभाग के कर्मचारियों व राज्य सरकार के बीच छिड़े विवाद के बीच मुख्यमंत्री भगवंत मान ने आठ सितंबर को राज्य में 710 नव नियुक्त पटवारियों को नियुक्ति पत्र देने का ऐलान कर दिया है।मुख्यमंत्री ने कहा कि नए पटवारियों को भर्ती करने का उद्देश्य आम लोगों की सुविधा के लिए राजस्व विभाग के कामकाज को सुचारू बनाना है। उन्होंने कहा कि इसका मंतव्य यह सुनिश्चित बनाना है कि लोगों को बिना किसी देरी के समयबद्ध ढंग से मुश्किल रहित सुविधाएं मिल सकें। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इन 710 पटवारियों का चयन पहले ही पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया के द्वारा किया जा चुका है, परन्तु कुछ औपचारिक कार्यवाही बाकी होने के कारण इनको अभी तक नियुक्ति पत्र नहीं दिए गए थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ज़रूरी शर्तें पूरी कर दी गई हैं और इन नव-नियुक्त पटवारियों को शुक्रवार को नियुक्ति पत्र सौंपे जाएंगे। भगवंत सिंह मान ने उम्मीद जताई कि नौजवान उम्मीदवारों की भर्ती आने वाले दिनों में भ्रष्टाचार मुक्त समाज की सृजना करने के लिए अहम साबित होगी। उन्होंने आगे कहा कि इसी तरह 18 महीनों का अनिवार्य प्रशिक्षण में से 15 महीनों का प्रशिक्षण पूरा कर चुके 741 अन्य पटवारियों को फील्ड में बतौर रेगुलर पटवारी तैनात किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब के नौजवानों को राज्य की सेवा का अवसर देने के लिए पटवारियों के और पदों पर भर्ती के लिए जल्द ही विज्ञापन दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकारी कर्मचारियों के भ्रष्टाचार में लिप्त होने को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और भ्रष्टाचारियों को सख़्त से सख़्त सज़ा दी जाएगी। भगवंत सिंह मान ने कहा कि हमारी सरकार राज्य से भ्रष्टाचार की समस्या का ख़ात्मा करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है, जिससे लोगों के कल्याण के लिए पारदर्शी और कार्यकुशल प्रशासनिक ढांचा सुनिश्चित बनाया जा सके।