बीकानेर:(Bikaner) सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों ने एक बार फिर पाकिस्तान की नापाक हरकत को नाकाम कर दिया है। बीएसएफ ने पुलिस के साथ संयुक्त कार्रवाई में तस्करी के आरोप में चार लोगों को गिरफ्तार किया है। इस दौरान एक ड्रोन एवं दो किलो हेरोइन बरामद किया गया। बरामद हेरोइन की अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत 10 करोड़ रुपये है।
बीकानेर सेक्टर के डीआईजी पुष्पेंद्र सिंह राठौड़ ने बुधवार सुबह बताया कि पाकिस्तान द्वारा मादक पदार्थों की सप्लाई ड्रोन के द्वारा की जानी थी, जिसे बीएसएफ की जी ब्रांच और जवानों ने मंगलवार रात्रि नाकाम कर दिया। बीएसएफ की जी ब्रांच अपने इंटेलिजेंस इनपुट के आधार पर पहले से ही इस इलाके में सक्रिय थी एवं इस इलाके में तस्करी की घटनाओं को देखते हुए इस इलाके को सतर्क कर रखा था। तस्करी की पुख्ता जानकारी मिलने पर बीएसएफ के जवानों ने कमांडेंट पवन कुमार के दिशा-निर्देशन में संदिग्ध जगहों पर नाकाबंदी की। उप कमांडेंट दीपेन्द्र सिंह शेखावत के निर्देशन में जी ब्रांच एवं बीएसएफ की टीम इलाके में तैनात थी। बीएसएफ को ड्रोन की आवाज सुनाई दी और कंपनी कमांडर उदयन कुमार के नेतृत्व में बीएसएफ टीम ने उसका पीछा किया और उस जगह पर घेराबंदी करके सर्च अभियान चलाया गया तो एक ड्रोन एवं दो पैकेट में मादक पदार्थ हेरोइन पाई गई। देर रात अंधेरे का फायदा उठाकर तस्कर भागने में कामयाब रहे।
उधर जानकारी मिलने पर गंगानगर एसपी परिस देशमुख के निर्देश पर डीएसटी घड़साना पुलिस भी बॉर्डर पर पहुंची। पुलिस ने पाकिस्तान बॉर्डर 22एमडी के नजदीक नाकाबंदी कर एक कार से चार हेरोइन तस्करों को दबोचा। जब्त किए गए दो किलो मादक पदार्थ की अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत 10 करोड़ के लगभग है।
राठौड ने बताया कि इस क्षेत्र में बीएसएफ जी ब्रांच बहुत ही बेहतरीन कार्य कर रही है। पूर्व में भी केके टीबा सीमा चौकी के पास चार तस्करों को दबोचते हुए उनके पास से 05 किलो हेरोइन बरामद की थी एवं उससे पूर्व नेमीचंद सीमा चौकी के पीछे हेरोइन की डिलीवरी लेने आए दो तस्करों को दबोचा था। इस साल बीएसएफ ने अपनी आसूचना के आधार पर लगभग 40 करोड़ से अधिक की हेरोइन एवं 6 से अधिक तस्करों को पकड़ा है, जिससे स्थानीय तस्करों में दहशत का माहौल है। बीएसएफ ने इस इलाके में सघन चौकसी बढ़ा दी है, जिससे क्षेत्र में तस्करी की किसी भी प्रकार की घटना को होने से रोका जा सके।