बेगूसराय:(Begusarai) श्रीकृष्ण जन्माष्टमी को लेकर बेगूसराय मिनी वृंदावन में तब्दील हो गया है। गलियां भगवान श्रीकृष्ण के भक्तिरस से सराबोर हो गई है। मध्य रात में श्रीकृष्ण का जन्म होते ही वातावरण ”नंद के घर आनंद भयो जय कन्हैया लाल की” से गूंज उठा है। हालांकि, तेघड़ा सहित अधिकांश जगहों पर गुरुवार की रात भगवान श्रीकृष्ण का जन्म होगा।
बिहार का सबसे बड़ा जन्माष्टमी मेला लगने के कारण चप्पे-चप्पे में श्रीकृष्ण भजन की धूम मची हुई है तथा लोग कृष्ण की भक्ति में रम गए हैं। कुछ जगहों पर रात 12 बजे भगवान श्रीकृष्ण का प्राकट्य होते ही पंडालों, ठाकुरबाड़ी, घरों और मंदिरों में घंटे-घड़ियाल गूंजने लगे, पटाखों की आवाजों के साथ भगवान श्रीकृष्ण के जयकारों से वातावरण गूंज उठा और भक्त भावविभोर होकर झूम उठे हैं।
रात में श्रद्धालुओं की भीड़ श्रीकृष्ण की झांकियों का एक झलक पाने के लिए आतुर रही। जन्म काल पूरा होने के बाद वैदिक मंत्रोच्चार के साथ भगवान का स्नान, अभिषेक, पंचोपचार पूजन, षोडषोपचार पूजन किया गया। ऐसा लग रहा है भगवान श्रीकृष्ण बांसुरी बजा रहे हैं और गोपियां और ग्वाल भाव नृत्य कर रहा हो। जगह-जगह भजन और भाव नृत्य का आयोजन किया गया।
राज्यसभा सदस्य प्रो. राकेश सिन्हा ने गढ़हारा-बरौनी में मेला का उद्घाटन कर दर्शन-पूजन किया। जगह-जगह भजन, कीर्तन और धार्मिक कार्यक्रमों का सिलसिला लगातार जारी है। श्रीकृष्ण जन्मोत्सव के लिए देशभर में चर्चित तेघड़ा के सभी 15 पंडाल समेत गढ़हारा और बरौनी सहित जिले में एक सौ से अधिक जगह पर पंडालों में राधा कृष्ण की प्रतिमाएं सुशोभित हो गए हैं।
विशेष पूजा-अर्चना कर लोग परिवार, समाज और देश के कल्याण की कामना कर रहे हैं। मेला में लगाए गए झूले जहां बच्चों के आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं। वहीं, बुजुर्गों के लिए प्रसाद का दुकान ठहराव है। तमाम जगहों पर विविध सांस्कृतिक कार्यक्रम के आयोजन किए जा रहे हैं। जिला प्रशासन द्वारा सुरक्षा के व्यापक बंदोबस्त करते हुए 166 मजिस्ट्रेट के नेतृत्व में पुलिस बल तैनात किए गए हैं।