बीजिंग : (Beijing) चीन की एक अदालत (Chinese court) ने म्यांमार के कोकांग क्षेत्र (Myanmar’s Kokang region) में संचालित एक अरब डॉलर के धाेखाधड़ी मामलाें से जुड़े एक गिराेह के 11 लोगों को फांसी की सजा सुनाई है। यह सजा मानव तस्करी, साइबर धोखाधड़ी, अवैध जुआ, मादक पदार्थाें की तस्करी, संगठित वेश्यावृत्ति और 14 लाेगाें की हत्या से जुड़े अपराधों के लिए सुनाई गई है।
देश के झेझियांग प्रांत की वेंझू इंटरमीडिएट पीपुल्स अदालत (Wenzhou Intermediate People’s Court in Zhejiang Province) ने हाल ही में यह सजा सुनाई है। इसे विदेशाें से संचालित साइबर और अन्य आपराधिक मामलाें के बारे में सुनाई गई अब तक की सबसे कड़ी सजा के ताैर पर देखा जा रहा है। अदालत ने गिराेह के सरगना के ताैर पर मिंग परिवार के कुल 11 सदस्याें काे ये सजा सुनाई है जाे 2015 से म्यांमार-चीन सीमा पर क्राउचिंग टाइगर विला जैसे आपराधिक परिसराें की देखरेख कर रहे थे। यहां 10,000 से अधिक लोग जबरन उगाही और अन्य अपराधाें में लिप्त थे। इनका मुखिया मिंग शुएचांग था जिसने हिरासत में आत्महत्या कर ली।गाैरतलब है कि म्यांमार में 2021 के सैन्य तख्तापलट के बाद बढ़ी अराजकता ने इन अपराधियों को पनाह दी जिसके तहत गरीबी से जूझते म्यांमारियों और चीनी नागरिकों को नौकरी का लालच देकर तस्करी की जाती थी। वहां पहुंचने पर इन लाेगाें से दस्तावेज छीन लिए जाते और रोमांस स्कैम, फर्जी निवेश योजनाओं तथा जुआ साइट्स के जरिए विश्व भर के लोगों को ठगा जाता। वहां से भागने की कोशिश करने वालों पर गोली चलाई जाती। अक्टूबर 2023 में भागने की काेशिश करने पर चार चीनी नागरिकों की हत्या कर दी गई थी। संयुक्त राष्ट्र कार्यालय ऑन ड्रग्स एंड क्राइम (United Nations Office on Drugs and Crime) के अनुसार यह उद्योग सालाना 40 अरब डॉलर का है जिसमें म्यांमार के सीमावर्ती क्षेत्र प्रमुख केंद्र हैं।
इस बीच, इस साल फरवरी में थाईलैंड, म्यांमार और चीन की संयुक्त कार्रवाई में 7,000 से अधिक श्रमिकाें काे मुक्त कराया गया जिनमें सैकड़ों म्यांमारियों के साथ चीनी, वियतनामी और अफ्रीकी नागरिक भी शामिल थे। चीन ने 53,000 से अधिक संदिग्धों का प्रत्यर्पण किया।