Washington : सीबीएस न्यूज ट्रंप से नहीं मांगेगा माफी, 16 मिलियन डॉलर देने को तैयार

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वाशिंगटन : (Washington) अमेरिका का चर्चित चैनल ‘सीबीएस न्यूज’ (America’s popular channel ‘CBS News’) एक रिपोर्ट पर दायर मुकदमे में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से न तो माफी मांगेगा और न ही खेद जताएगा। वह इसके लिए भारी भरकम रकम 16 मिलियन डॉलर का भुगतान करेगा। सीबीएस न्यूज की पैरेंट कंपनी पैरामाउंट ग्लोबल की इसके लिए आलोचना भी हो रही है।

सीएनएन की खबर के अनुसार, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (President Donald Trump) ने पिछले साल शरद ऋतु में सीबीएस न्यूज के ’60 मिनट्स’ समाचार रिपोर्ट पर पैरामाउंट ग्लोबल (Paramount Global) के खिलाफ मुकदमा दायर किया था। पैरामाउंट ग्लोबल ने कानूनी रूप से मुकदमे को हल करने के लिए 16 मिलियन डॉलर का भुगतान करने पर सहमति व्यक्त की है। पैरामाउंट ने स्पष्ट किया, “समझौते में माफी या खेद का बयान शामिल नहीं है।”

पैरामाउंट ग्लोबल ने घोषणा की है, ” भविष्य में, ’60 मिनट’ जैसे साक्षात्कारों के प्रसारण के बाद पात्र अमेरिकी राष्ट्रपति पद के उम्मीदवारों के साक्षात्कारों की प्रतिलिपियां जारी करेगा, जो कानूनी या राष्ट्रीय सुरक्षा चिंताओं के लिए आवश्यक संशोधनों के अधीन होंगे।”

पैरामाउंट ग्लोबल (Paramount Global) के इस फैसले पर कानूनी विशेषज्ञों ने कहा कि ट्रंप का मुकदमा बहुत कमजोर था। सीबीएस के पास अदालत में मामला लड़ने और जीतने के लिए ठोस आधार था। विशेषज्ञों का यह भी कहना है कि कॉर्पोरेट प्राथमिकताओं ने पत्रकारिता के सिद्धांतों को पीछे छोड़ दिया है। पैरामाउंट महीनों से स्काईडांस मीडिया के साथ महत्वपूर्ण विलय को पूरा करने की कोशिश कर रहा है। इस विलय के लिए ट्रंप प्रशासन से मंजूरी की आवश्यकता होगी। ऐसा इसलिए कि सीबीएस के पास स्थानीय स्टेशन हैं। इसे सरकार ने लाइसेंस प्रदान किया है।

पैरामाउंट ने मंगलवार रात कहा, “यह मुकदमा स्काईडांस लेनदेन और एफसीसी अनुमोदन प्रक्रिया से पूरी तरह से अलग है। हम अपने मामले का बचाव करने के लिए कानूनी प्रक्रिया का पालन करेंगे।” एफसीसी के अध्यक्ष ब्रेंडन कैर ने जोर देकर कहा है कि उनकी विलय समीक्षा प्रक्रिया अलग है। प्रेस स्वतंत्रता फाउंडेशन (Press Freedom Foundation) ने पिछले सप्ताह कहा था, “हर कोई जानता है कि यह मामला कानूनी रूप से बहुत कमजोर है। यह 20 मिलियन डॉलर या 20 सेंट के लायक भी नहीं है।”

उल्लेखनीय है कि ट्रंप ने दोबारा चुनाव जीतने से पहले यह मुकदमा दायर किया था। उनकी शिकायत तत्कालीन उपराष्ट्रपति कमला हैरिस (then-Vice President Kamala Harris) के साथ एक लंबे “60 मिनट” साक्षात्कार में एक सवाल और जवाब के बारे में थी। ट्रंप ने आरोप लगाया था कि डेमोक्रेटिक उम्मीदवार को लाभ पहुंचाने के लिए इसे संपादित किया गया। सीबीएस ने गाजा में युद्ध के दौरान इजराइल के साथ बिडेन प्रशासन के संबंधों के बारे में संवाददाता बिल व्हिटेकर के सवाल के जवाब में हैरिस के दो अलग-अलग साउंडबाइट प्रसारित किए। एक क्लिप “फेस द नेशन” पर प्रसारित हुई और दूसरी क्लिप “60 मिनट” पर। ट्रंप ने इसे “प्रसारण इतिहास का सबसे बड़ा घोटाला” कहा था।