Varanasi : झारखंड में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में घायल नक्सली गुपचुप बनारस में करा रहा था इलाज

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—पुलिस विभाग में हड़कम्प,लंका पुलिस ने अस्पताल के आईसीयू को घेरे में लिया

वाराणसी : (Varanasi) झारखंड में सुरक्षाबलों के साथ हुई मुठभेड़ में गंभीर रूप से घायल नक्सली गौतम यादव (36) गुपचुप तरीके से वाराणसी के नरिया स्थित रोहित नगर इलाके के एक निजी अस्पताल में नाम बदल कर अपना इलाज करवा रहा है। बुधवार को इस मामले के सामने आते ही पुलिस महकमे में हड़कम्प मच गया।

लंका थाने की पुलिस ने तत्काल अस्पताल के आईसीयू को अपने घेरे में ले लिया है। हैरान करने वाली बात यह है कि अस्पताल प्रबंधन ने नक्सली के भर्ती होने और इलाज की जानकारी स्थानीय पुलिस को नहीं दी थी। अब इस मामले की जांच तेज कर दी गई है।

गौतम यादव झारखंड के पलामू जिले के मनातू थाना क्षेत्र का निवासी है। 17 मई को मनातू क्षेत्र में नक्सलियों और सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ हुई थी, जिसमें गौतम यादव को चार गोलियां लगी थीं। इन गोलियों को वाराणसी के अस्पताल में ऑपरेशन के ज़रिए निकाल दिया गया और फिलहाल उसका इलाज जारी है।

सूचना मिलते ही झारखंड पुलिस की एक विशेष टीम भी वाराणसी पहुंच गई। पुलिस टीम ने घायल माओवादी कमांडर गौतम यादव को अस्पताल से अपने हिरासत में ले लिया। गौतम प्रतिबंधित माओवादी संगठन तृतीय सम्मेलन प्रस्तुति समिति (टीएसपीसी) का जोनल कमांडर है। गौतम को वाराणसी की अदालत में पेश किया जाएगा और उसकी हालत स्थिर होने पर उसे पलामू झारखंड ले जाया जाएगा।

वाराणसी के पुलिस अफसरों के अनुसार झारखंड में पुलिस की 17 मई को नक्सलियों के साथ मुठभेड़ हुई थी। इसी मुठभेड़ में 38 वर्षीय मिथिलेश यादव उर्फ बुट्टन उर्फ गौतम यादव को पेट मे गोली लगी थी। मौके से गौतम यादव भाग निकला और वाराणसी के लंका थानांतर्गत स्थित एक निजी अस्पताल साई मेडिसिटी में अपना इलाज कराने पहुंच गया। नक्सली को यहां कौन लेकर आया, कौन-कौन वाराणसी में इसकी मदद कर रहा था, इस बात की भी छानबीन हो रही है।