जौनपुर : (Jaunpur) पाकिस्तान की कराची जेल में बंद जाैनपुर के मछलीशहर कोतवाली अंतर्गत बसीरहा गांव में रहने वाला एक मछुवारे ने वहां मिलने वाली यातनाओं के चलते बीते दिनाें फांसी लगाकर जीवन लीला समाप्त कर ली थी। शनिवार की देर रात डेढ़ बजे उसका शव पैतृक गांव पहुंचा, ताे अंतिम दर्शन के लिए ग्रामीण उमड़ पड़े। रविवार काे मृतक का प्रशासन ने अंतिम संस्कार कराया।
जिलाधिकारी डॉ. दिनेश चंद्र ने बताया कि मछलीशहर क्षेत्र के बसीरहा गांव के मछुआरे घुरहू बिंद पुत्र रामानंद की हाल ही में कराची की जेल में मृत्यु हो गई थी। शव को उनके पैतृक गांव लाकर सम्मान के साथ जिला प्रशासन के सहयोग से, परिजन की उपस्थिति में अंतिम संस्कार करा दिया गया है। इस दौरान मेडिकल की एक टीम भी मौजूद रही।
जिलाधिकारी ने कहा कि केंद्र सरकार ने पार्थिव शरीर को बाघा बॉर्डर से अमृतसर लाया गया, जहां से एयर लिफ्ट कर लाने का प्रयास किया गया, चूंकि शाव अत्यधिक पुराना हाे गया था। जिसके कारण संक्रमण फैलने का खतरा था। इस को दृष्टिगत रखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार ने गुजरात सरकार से समन्वय स्थापित करते हुए पार्थिव शरीर को सड़क मार्ग से जौनपुर लाया गया, जिसमें करीब 27 घंटे लगे।
जिलाधिकारी ने केंद्र सरकार, मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव का आभार व्यक्त किया। जिन्होंने उनके अनुरोध पर सभी सुविधाएं प्रदान की, जिससे पार्थिव शरीर को उनके पैतृक गांव तक लाया जा सका। जिला प्रशासन के सहयोग व परिजन की सहमति से दाह संस्कार कराया गया। जिलाधिकारी ने कहा कि इस कार्य में कई कठिनाइयां आयी, लेकिन शासन के सहयोग से कार्य संभव हो सका। जिलाधिकारी ने कहा कि केंद्र शासन के निर्देशानुसार मृतक घुरहू बिंद के परिवार के सदस्यों को शासन की योजनाओं का लाभ दिलाने के उपजिलाधिकारी मछलीशहर की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है।
उल्लेखनीय है कि मृतक घुरहू बिन्द के घर की माली हालत ठीक न होने के कारण वह कमाने के लिए सन् 2021 में गुजरात गया था। वहां पर ओखा बंदरगाह के पास समुद्र से मछली पकड़ने का काम करता था। 8 फरवरी 2022 को समुद्री सीमा पर पाकिस्तानी रेंजरों ने उसके साथ सात मछुवारों को पकड़कर कराची जेल में बंद कर दिया। पाकिस्तानी जेल बंदी रक्षकों ने दी जाने वाली यातनाएं के चलते उसने बीते दिनाें फांसी लगाकर जान दे दी थी।