Maharashtra Assembly Election 2024: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 के माहौल में आरोप-प्रत्यारोप और विवादित भाषणों के मामलों ने राजनीतिक सरगर्मी बढ़ा दी है। शिवसेना नेता राहुल कनाल ने AIMIM के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी और उनके भाई अकबरुद्दीन ओवैसी के खिलाफ भड़काऊ भाषण देने के आरोप में शिकायत दर्ज कराई है।
राहुल कनाल की शिकायत:
- भाषण का आरोप: राहुल कनाल का कहना है कि सोलापुर में AIMIM की एक सार्वजनिक सभा के दौरान ओवैसी भाइयों ने ऐसे भाषण दिए जो सांप्रदायिक सौहार्द को बिगाड़ सकते हैं और समाज में अशांति पैदा कर सकते हैं।
- चिट्ठी: शिवसेना नेता ने चुनाव आयोग और मुंबई पुलिस आयुक्त को लिखे पत्र में कहा है कि ओवैसी भाइयों के भाषण ने धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाई है।
- वीडियो प्रमाण: कनाल ने भाषण के वीडियो का लिंक भी सौंपा है और दावा किया है कि इसे लाखों लोगों ने देखा है। उन्होंने वीडियो की सत्यता की जांच और कानूनी कार्रवाई की मांग की है।
प्रमुख मांगें:
- FIR दर्ज: असदुद्दीन और अकबरुद्दीन ओवैसी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की अपील।
- जांच: भाषण के वीडियो की पूरी तरह से जांच कर उसकी सत्यता को सुनिश्चित करने की मांग।
- कार्रवाई: भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए कठोर कदम उठाने की आवश्यकता बताई गई है।
बीजेपी की प्रतिक्रिया:
इस मामले के अलावा, बीजेपी नेता किरीट सोमैया ने भी मौलाना सज्जाद नोमानी पर वोट जिहाद करने का आरोप लगाते हुए निर्वाचन आयोग में शिकायत दर्ज कराई है। उनका दावा है कि मौलाना ने बीजेपी समर्थकों का सामाजिक बहिष्कार करने की अपील की थी।
राजनीतिक प्रभाव:
- ऐसे विवादित भाषण और आरोप चुनावी माहौल को और गर्म कर सकते हैं।
- चुनाव आयोग की भूमिका महत्वपूर्ण हो जाती है कि वह इन मामलों की निष्पक्ष जांच करे और सुनिश्चित करे कि चुनावी प्रक्रिया शांतिपूर्ण और निष्पक्ष बनी रहे।
- शिवसेना और AIMIM के बीच इस टकराव से महाराष्ट्र के अल्पसंख्यक और बहुसंख्यक मतदाताओं के बीच राजनीतिक ध्रुवीकरण का असर हो सकता है।
इस मामले में मुंबई पुलिस और चुनाव आयोग की जांच और कार्रवाई पर सभी की निगाहें टिकी हैं।