Mumbai : VVCMC के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी के विवादित बयान की होगी जांच

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महाराष्ट्र पशु कल्याण कायदा संनियंत्रण समिति ने जांच के बाद कार्यवाही की मांग की

मुंबई : भगवान महावीर जन्मकल्याणक पर वसई-विरार शहर महानगरपालिका (वीवीसीएमसी) क्षेत्र में कत्लखानों और मांस बिक्री की दुकानों को बंद करने की मांग पर जैन समुदाय के खिलाफ मनपा के स्वास्थ्य अधिकारी ने तथाकथित विवादित बयान दिया था। इस मामले में एक भाजपा नेता की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए महाराष्ट्र पशु कल्याण कायदा संनियंत्रण समिति ने कार्यवाही की पहल की है। इस विषय में समिति के उपसमिति अध्यक्ष अशोक जैन ने 25 अप्रैल को राज्य के प्रधान सचिव, शहर सचिव और वसई-विरार शहर महानगरपालिका आयुक्त को पत्र देकर मनपा अधिकारी के बयान की जांच के बाद प्रशासकीय कार्यवाही करने की मांग की है।

जानकारी के अनुसार 21 अप्रैल 2024 को भगवान महावीर जयंती पर राज्य सरकार के शासनादेश के अनुसार, वसई-विरार शहर महानगरपालिका क्षेत्र के सभी कत्लखाने एवं मांस बिक्री करने वाली दुकानें बंद रखने की मांग को लेकर जैन समाज का एक प्रतिनिधि मंडल मनपा के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी सुखदेव दरवेशी से मिलने गया था। आरोप है कि इस प्रतिनिधि मंडल से दरवेशी ने कहा था कि 1 प्रतिशत जैन समाज के लिए 99 प्रतिशत मांसाहारी लोगों को परेशान क्यों कर रहे हो। इसके बाद जैन समाज के प्रतिनिधि निलेश खोखानी ने भाजपा वसई-विरार जिला उपाध्यक्ष मनोज बारोट को मामले की जानकारी दी थी। दरवेशी के विवादित बयान को लेकर भाजपा नेता बारोट ने वसई-विरार शहर महानगरपालिका के आयुक्त अनिलकुमार पवार को पत्र देकर दरवेशी पर कार्यवाही की मांग की थी। मामले में मनपा प्रशासन की उदासीनता को देखते हुए बारोट ने माननीय बॉम्बे हाईकोर्ट एवं महाराष्ट्र शासन द्वारा गठित महाराष्ट्र पशु कल्याण कायदा संनियंत्रण समिति से शिकायत की थी, जिसके बाद कार्यवाही की पहल की गई है। हालांकि मनपा के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी दरवेशी ने इस तरह के बयान देने की बात से इनकार किया है।