Mumbai : महाविकास आघाड़ी में टिकट बंटवारे से पहले ही आपसी नाराजगी बढ़ी

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मुंबई : महाविकास आघाड़ी (मविआ) के सहयोगी दलों के बीच लोकसभा चुनाव के सीट बंटवारे से पहले ही आपसी नाराजगी चरम पर पहुंचती जा रही है। यह नाराजगी सीटों के बंटवारे से पहले मुंबई उत्तर पश्चिम संसदीय सीट पर अमोल कीर्तिकर को उम्मीदवार घोषित किये जाने से बढ़ी है। महाविकास आघाड़ी में शामिल प्रकाश आंबेडकर मनपसंद सीटें न मिलने और कम सीटें मिलने की वजह से पहले से ही नाराज हैं।

महाविकास आघाड़ी के सहयोगी दलों के नेताओं के बीच कई बार मैराथन बैठकें हो चुकी हैं लेकिन अभी तक सीटों का अंतिम बंटवारा नहीं हो सका है। शिवसेना (यूबीटी) के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने रविवार को उत्तर-पश्चिम सीट पर अमोल कीर्तिकर को उम्मीदवार घोषित कर दिया है। इसे लेकर पूर्व सांसद और कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने नाराजगी जताई है। संजय निरुपम ने मीडिया को बताया कि अभी तक सीटों का बंटवारा नहीं हुआ है तो शिवसेना (यूबीटी) अपना उम्मीदवार आखिर कैसे घोषित कर सकती है। इसी तरह की आवाज मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष वर्षा गायकवाड़ ने भी बुलंद की है। इस संबंध में शिवसेना की ओर से कोई प्रतिक्रिया व्यक्त नहीं की गई है।

इसी तरह शिवसेना (यूबीटी), कांग्रेस पार्टी और राकांपा (शरद पवार) के बीच महाराष्ट्र की 48 सीटों में 15 सीटों पर विवाद कायम है। इन सीटों पर अभी तक मविआ की ओर से कौन पार्टी चुनाव लड़ेगी, अभी तक तय नहीं हुआ है। मविआ ने हाल ही में प्रकाश आंबेडकर की वंचित बहुजन आघाड़ी को भी शामिल किया है। लेकिन अभी तक वंचित को कितनी सीट दी जाएगी, इसका निर्णय नहीं हो सका है। इसे लेकर प्रकाश आंबेडकर नाराज हैं।

प्रकाश आंबेडकर ने कहा कि अब तक कांग्रेस, राकांपा और शिवसेना में ही सीटों का समझौता नहीं हो सका है, तो हमें यह लोग क्या देंगे। उन्होंने अकेले दम पर चुनाव लडऩे का भी संकेत दिया है। इसे देखते हुए महाविकास आघाड़ी के सहयोगी दलों में दूरी बढ़ती दिखने लगी है, हालांकि शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राऊत ने कहा है कि बहुत जल्द महाविकास आघाड़ी के सहयोगी दलों के बीच सीटों का अंतिम निर्णय ले लिया जाएगा और हम मजबूती से चुनाव मैदान में उतरेंगे।