मुंबई : उद्योगमंत्री उदय सामंत ने सोमवार को बताया कि स्विट्जरलैंड के दावोस में होने वाली विश्व आर्थिक मंच की बैठक से मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे महाराष्ट्र के लिए तीन लाख दस हजार करोड़ का निवेश लाएंगे। दौरे के बाद इस दौरे के लिए खर्च के पाई-पाई का हिसाब महाराष्ट्र की जनता को दिया जाएगा।
जानकारी के अनुसार, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे एक प्रतिनिधिमंडल के साथ मंगलवार 16 तारीख को दावोस पहुंच रहे हैं। मुख्यमंत्री के इस दावोस दौरे पर शिवसेना (यूबीटी) नेता आदित्य उद्धव ठाकरे ने सवाल खड़ा किया और कहा था कि दौरे में पचास लोगों के जाने का औचित्य क्या है। इसका जवाब देते हुए उद्योग मंत्री ने कहा कि यह दौरा महाराष्ट्र में विदेशी निवेश के लिए महत्वपूर्ण है।
उदय सावंत ने बताया कि विश्व आर्थिक मंच 15 से 19 जनवरी तक दावोस में आयोजित किया गया है। इस सम्मेलन में मुख्यमंत्री, उद्योग विभाग, एमआईडीसी, मुख्यमंत्री सचिवालय के वरिष्ठ अधिकारियों सहित दस सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल जा रहा है। एमएमआरडीए और महाप्रीत के 08 अधिकारी स्वतंत्र रूप से भाग ले रहे हैं और इन सभी को केंद्र सरकार की मंजूरी मिल गई है। इस दौरे में निजी विमान का इस्तेमाल नहीं किया जाएगा। पिछले वर्ष भी महाराष्ट्र के प्रतिनिधिमंडल ने दावोस का दौरा किया था और उस समय 01 लाख 37 हजार करोड़ के निवेश समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए थे। उनमें से 76 प्रतिशत अनुबंध अमल में आ चुके हैं।
उदय सामंत ने बताया कि दावोस में 16 जनवरी को मुख्यमंत्री ओमान के उद्योग मंत्री, सऊदी वित्त मंत्री, दक्षिण अफ्रीका के ऊर्जा मंत्री, दक्षिण कोरिया के गियोगी प्रांत के गवर्नर और डीपी वर्ल्ड, लुईस ड्रेफस, विटकोविट्ज एटमिका और इन कंपनियों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ चर्चा करेंगे। विश्व आर्थिक मंच के कृषि एवं खाद्य प्रसंस्करण समूह के सदस्य भी मुख्यमंत्री से मुलाकात करेंगे। 17 तारीख को गौतम अडानी मुख्यमंत्री से मुलाकात करेंगे और उसके बाद मुख्य कार्यक्रम में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे कांग्रेस सेंटर में “नागरिक क्षेत्र में चुनौतियां, नवाचार और सतत विकास” विषय पर अपना भाषण देंगे। इसके अलावा वह ‘कृषि, महिला भागीदारी और खाद्य सुरक्षा’ विषय पर एक सेमिनार में भी हिस्सा लेंगे। इसके बाद मुख्यमंत्री माइकल एडब्ल्यूएस, प्रिंस ऑफ लिकटेंस्टीन, हिताची कंपनी के एमडी, काल्र्सबर्ग ग्रुप, डसॉल्ट सिस्टम्स, वोल्वो कार्स बैठक में भाग लेंगे। आठ कंपनियों के बीच एक एमओयू पर हस्ताक्षर होंगे, जिस पर भारत में स्विस राजदूत से भी चर्चा की जाएगी।
इसके अलावा मुख्यमंत्री, उद्योग मंत्री और प्रतिनिधि मंडल के सदस्य अन्य प्रमुख कंपनियों के अधिकारियों, उद्योग विशेषज्ञों, मीडिया समूहों के प्रमुखों आदि से भी बातचीत करेंगे और इसकी योजना बनाई गई है। सीआईआई ने 18 तारीख को एक गोलमेज सम्मेलन का आयोजन किया है, जिसमें केंद्रीय मंत्री शामिल होंगे। कैपजेमिनी, एपी मोलर मैस्रक, बॉल कॉर्पोरेशन के प्रमुखों के साथ भी बैठकें हैं।
उदय सामंत ने बताया कि इस सम्मेलन के जरिए करीब ढाई लाख करोड़ का निवेश किए जाने की संभावना है। यह निवेश बढ़ भी सकता है। सारे कॉन्ट्रैक्ट विदेशी कंपनियों से करने की योजना है। ये उद्योग न केवल मुंबई और पुणे क्षेत्रों में बल्कि छत्रपति संभाजीनगर, गढ़चिरौली, नागपुर, चंद्रपुर, जालना, रायगढ़ जैसे दूर-दराज के स्थानों में भी आएंगे।