spot_img
HomeBandaBanda : महिलाएं गौशाला की गोबर से बना रही हैं 51 हजार...

Banda : महिलाएं गौशाला की गोबर से बना रही हैं 51 हजार रंग-बिरंगे दिये

बांदा : जनपद में गौशालाओं को स्वावलंबी बनाए जाने के उद्देश्य से गौ आधारित विभिन्न उत्पाद तैयार करने की पहल जिला प्रशासन द्वारा की जा रही है। इसी पहल के तहत राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन की महिला सहायता समूह द्वारा गाय के गोबर से दीपक बनाए जाने का कार्य किया जा रहा है। इन महिलाओं को इस दिपावली 51000 दीये बनाए जाने का लक्ष्य दिया गया है। अब तक 24000 दीये बनाए जा चुके हैं।

जनपद में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन की महिलाएं विभिन्न कार्यों में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। इसी कड़ी में उन्हें गौशाला के गोबर से इको फ्रेंडली दीये बनाने का काम सौंपा गया है। जिसके अंतर्गत खुशी महिला प्रेरणा उत्पादक समूह ग्राम त्रिवेणी विकासखंड बड़ोखर खुर्द की महिलाएं गाय के गोबर से दीपक बनाए जाने के कार्य में जुटी हैं। उन्हें इको फ्रेंडली दीए बनाने के लिए प्रशासन द्वारा पांच मशीन भी क्रय करके दी गई है।

इन दीपकों को बनाने के लिए तीन भाग गोबर व एक भाग मिट्टी का प्रयोग किया जाता है। इन्हें आग में नहीं पकाया जाता है बल्कि छांव में सुखाया जाता है। सूखने के बाद इनको कलर किया जाता है। इन दीयों को बनाने के बाद इनमें मोम भरकर बाती लगाई जाती है। इस प्रकार तैयार किया गया दीपक लगभग 40-50 मिनट तक प्रज्वलित रहता है। आगामी समय में जिला प्रशासन द्वारा देश के विभिन्न स्थानों पर स्थित फाइव स्टार होटलों में भी समन्वय स्थापित कर दीयों की आपूर्ति की जाएगी।

इस बारे में जिलाधिकारी दुर्गा शक्ति नागपाल ने बताया कि गोबर से बनाए गए दीपक जहां एक ओर वातावरण को प्रदूषित होने से बचाते हैं वही वातावरण को भी शुद्ध कर देते हैं। इन दीपों से निकलने वाला धुआं आंखों को नुकसान नहीं पहुंचाता है और सबसे अच्छी बात यह है कि यह दीपक आसानी से नष्ट हो जाते हैं। इन दीयों का उपयोग करने के बाद इन्हें गमले में डाल देने पर यह खाद का भी काम करेंगे। इन दीयों के वैदिक लाभ की बात करें तो यह दीपक सकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न करते हैं तथा वास्तु दोष से भी मुक्ति मिलती है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि भारतीय त्योहार और दीप पर्व को पूरे सनातन और वैदिक वातावरण के साथ बनाएं। घर आंगन पूजा स्थल और संस्थानों में गोबर के दीपक जलाएं।

spot_imgspot_imgspot_img
इससे जुडी खबरें
spot_imgspot_imgspot_img

सबसे ज्यादा पढ़ी जाने वाली खबर