motivation story : भारतीय संस्कृति की महानता

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मार्टिन लूथर किंग भारतीय संस्कृति एवं गांधीवाद से बेहद प्रभावित थे। शांति स्थापित करने के लिए उन्हें विश्व का सर्वोच्च पुरस्कार’ नोबेल शांति पुरस्कार’ प्रदान किया गया था। नोबेल पुरस्कार से सम्मानित होने के कुछ समय बाद वे भारत की यात्रा पर आए। राष्ट्रपति भवन में उनके अभिनंदन समारोह में मिस्र के राष्ट्रपति कर्नल नासिर तथा ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ भी उपस्थित थीं।

अभिनंदन समारोह के बाद अनेक विषयों पर चर्चा चलती रही। देश-विदेश से अनेक पत्रकार आए हुए थे, जो अनेक तरह के प्रश्न कर रहे थे। तभी एक विदेशी पत्रकार ने पूछा, ‘आपको शांति प्रयासों के लिए विश्व का सर्वोच्च पुरस्कार प्रदान किया गया है। निश्चित रूप से आपने पूरे विश्व में शांति स्थापित करने के लिए अपना महत्त्वपूर्ण योगदान दिया है। आपको शांति स्थापित करने की प्रेरणा कहाँ से मिली?’

मार्टिन लूथर मुसकराकर बोले, ‘भारत देश से मुझे इसकी प्रेरणा मिली। मुझे भारतीय सिद्धांतों व गांधीजी ने अत्यधिक प्रभावित किया। गांधीजी की अहिंसक नीति और उनके कार्य करने के तरीके ने मेरे जीवन को बहुत अधिक प्रभावित किया है।’

इस पर पत्रकार बोला, ‘भारत के सिद्धांतों व गांधीजी के प्रति आपका लगाव कैसे उत्पन्न हुआ ? विश्व में शांति स्थापित करने के लिए आपका क्या सुझाव है ?’

मार्टिन लूथर किंग फिर मुसकराए और बोले, ‘मैंने अपने देश के अति भौतिकवादी माहौल के दुष्परिणामों को देखने के बाद ‘गीता’ तथा भारतीय दर्शन का अध्ययन किया। इसने मुझे बेहद प्रभावित किया। मैंने अनुभव किया कि भारतीय दर्शन ही मानवतावाद, सेवा व शांति की प्रेरणा देने में सक्षम है। गांधीजी के बताए सत्य-अहिंसा के मार्ग से ही विश्व में शांति स्थापित हो सकती है। मैंने इस प्रयोग को कसौटी पर कसा और सही पाया।’