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Varanasi : वाई-20 में आये युवाओं ने भारत को मजबूत बनाने में तकनीकी शिक्षा की महत्वपूर्ण भूमिका की झलक देखी

आईआईटी बीएचयू की सुपर कम्प्यूटिंग क्षमता को भी देखा, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के हाथों उद्घाटित है परम शिवाय सुपर कंप्यूटर

चार दिवसीय सम्मेलन में पहले दिन विदेशी मेहमानों ने ऐतिहासिक सारनाथ में भी किया भ्रमण

वाराणसी : वाराणसी में गुरुवार से जी-20 के तहत चार दिवसीय वाई-20 (युवा सम्मेलन) की शुरुआत हो गई। युवा शिखर सम्मेलन का औपचारिक शुभारंभ शुक्रवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर करेंगे। सम्मेलन के पहले दिन इसमें भाग लेने आए डेलीगेट्स को आईआईटी बीएचयू ले जाया गया। दल ने आईआईटी बीएचयू में बने सुपर कंप्यूटिंग सेंटर और इंजीनियरिंग हब का भ्रमण किया और वहां की कार्य प्रणाली को देखा और जाना कि तकनीक के माध्यम से अधिक एप्लिकेशन डोमेन, अनुसंधान निदेशकों और महत्वपूर्ण मिशनों को परिवर्तित करने का लक्ष्य कैसे प्राप्त किया जा सकता है। आईआईटी बीएचयू के संकाय सदस्यों ने दिखाया कि कैसे सुपर कंप्यूटिंग सेंटर ने देश के विज्ञान और प्रौद्योगिकी के अनुसंधान और विकास क्षेत्र को आगे बढ़ाया है। खास बात यह है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने परम शिवाय सुपर कंप्यूटर का उद्घाटन 19 फरवरी 2019 को किया था। इसके पहले आईआईटी बीएचयू के छात्रों ने परिसर में युवा डेलिगेट्स का सांस्कृतिक कार्यक्रमों के जरिए स्वागत किया और उन्हें अपने डिपार्टमेंट में भी भ्रमण कराया।

बीएचयू के बाद मेहमानों को रुद्राक्ष इंटरनेशनल कोऑपरेशन एंड कन्वेंशन सेंटर (आरआईसीसीसी) में लाया गया। यहां आईआईटी-बीएचयू की ओर से आयोजित सत्र की प्रस्तुति हुई। प्रेजेंटेशन की शुरुआत आईआईटी बीएचयू में लगातार विकसित हो रहे संस्थागत संरचना और भारत को मजबूत बनाने में तकनीकी शिक्षा की महत्वपूर्ण भूमिका की झलक के साथ हुई। साथ ही इस दौरान बीएचयू के अनुसंधान गतिविधियों, प्लेसमेंट गतिविधियों, नवाचार, ऊष्मायन और स्टार्टअप संस्कृति को बताया गया। कार्यक्रम दूसरे हिस्से में आईआईटी बीएचयू के प्रतिभाशाली छात्रों ने संगीतमय प्रस्तुति और गरबा, ओडिसी, भरतनाट्यम, कथक और भांगड़ा जैसे शास्त्रीय नृत्य की प्रस्तुति की।

-दल ने सारनाथ में भ्रमण किया

विदेशी युवा मेहमानों को भगवान बुद्ध की प्रथम उपदेश स्थली ऐतिहासिक सारनाथ ले जाया गया। सारनाथ में उन्हें वाराणसी की संस्कृति की झलक दिखाई गई। सारनाथ के भ्रमण से उन्हें दुनिया के सबसे प्रमुख बौद्ध तीर्थस्थलों में से एक की सांस्कृतिक आभा का अनुभव हुआ। प्रतिनिधियों ने पुरातत्व संग्रहालय का भी भ्रमण किया। धमेख स्तूप को देख में शामिल युवा अभिभूत नजर आए, यहां सामूहिक फोटोग्राफी भी कराई। इसके बाद लाइट एंड साउंड शो के जरिए उन्हें भगवान बुद्ध की गहन जीवन यात्रा को बताया गया।

गौरतलब हो कि युवा मामले और खेल मंत्रालय की ओर से आयोजित वाई 20 शिखर सम्मेलन में पहले दिन जी-20 देशों, अतिथि देशों और अंतरराष्ट्रीय संगठनों के लगभग 130 प्रतिनिधियों ने भाग लिया। कुल मिलाकर लगभग 500 प्रतिनिधि आए हुए हैं।

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